बाइडेन शासन काल में भारत को हुई फंडिंग की जांच
भारत ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुछ गतिविधियों के लिए ‘यूएसएड’ द्वारा वित्त पोषण किए जाने के बारे में खुलासे ‘बेहद परेशान करने वाले’ हैं और इससे देश के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को लेकर चिंता पैदा हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि संबंधित विभाग और अधिकारी कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्तपोषण के संबंध में अमेरिकी प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी की जांच कर रहे हैं। जायसवाल ने कहा, ‘हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ अमेरिकी गतिविधियों और वित्तपोषण के संबंध में दी गई जानकारी देखी है। ये स्पष्ट रूप से बहुत परेशान करने वाली हैं।’ जायसवाल ने कहा, ‘इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंताएं पैदा हुई हैं। संबंधित विभाग और एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। इस समय कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। संबंधित अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं और उम्मीद है कि हम बाद में इस पर कोई अद्यतन जानकारी दे पाएंगे।’
अमेरिकी फंडिंग थी ‘रिश्वत योजना’: ट्रंप
न्यूयॉर्क (एजेंसी) : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत में ‘मतदान प्रतिशत’ बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 2.1 करोड़ डॉलर की सहायता राशि एक ‘रिश्वत’ योजना थी। ट्रंप ने बृहस्पतिवार को वाशिंगटन में ‘रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन’ की बैठक को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की। ट्रंप अब रद्द की गई इस अमेरिकी वित्तीय सहायता को लेकर पूर्ववर्ती बाइडन प्रशासन पर लगातार हमलावर हैं। ट्रंप ने कहा, ‘भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर ! हम भारत के मतदान प्रतिशत की चिंता क्यों कर रहे हैं ? हमारे पास पहले से ही बहुत सारी समस्याएं हैं। हम अपना खुद का मतदान प्रतिशत बढ़ाना चाहते हैं।’ एक सप्ताह के भीतर यह तीसरी बार है जब ट्रंप ने अमेरिकी वित्त पोषण पर सवाल उठाया है।
लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला करने वालों को बेनकाब किया जाए : धनखड़
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूएसएड द्वारा कथित तौर पर वित्त पोषण किए जाने को लेकर शुक्रवार को चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन लोगों ने देश के लोकतांत्रिक मूल्यों पर इस तरह के हमले की अनुमति दी, उन्हें बेनकाब किया जाना चाहिए।
भाजपा माफी मांगे, 70 साल की ‘फंडिंग’ पर लाए
‘श्वेत पत्र’ : कांग्रेस
अमरिकी वित्तपोषण मामले से जुड़ी एक खबर का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि अब सच सामने आने के बाद सत्तारूढ़ दल को माफी मांगनी चाहिए। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि ‘यूएसएड’ तथा अन्य ऐसी विदेशी एजेंसियों द्वारा पिछले 70 वर्षों के दौरान भारत में की गई ‘फंडिंग’ पर श्वेत पत्र लाया जाना चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक खबर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘झूठ सबसे पहले वाशिंगटन में बोला गया। फिर झूठ को भाजपा ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।’
फंड बांग्लादेश के लिए होने संबंधी दावे को भाजपा ने किया खारिज
भाजपा ने शुक्रवार को मीडिया में आई उन खबरों को ‘लीपापोती’ बताते हुए खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया गया कि यूएसएड की ओर से मंजूर की गई 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारत नहीं बल्कि बांग्लादेश के लिए थी। भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को ‘गद्दार’ करार दिया और उन पर भारत को कमजोर करने के लिए विदेशी ताकतों के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाया।