राम राज्य की प्रेरणा राष्ट्र निर्माण का आधार : मोदी
रामेश्वरम, 6 अप्रैल (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामेश्वरम द्वीप और भूमि क्षेत्र के बीच रेल संपर्क की सुविधा प्रदान करने वाले पंबन समुद्री पुल का उद्घाटन किया, जो देश का पहला ‘वर्टिकल लिफ्ट सी-ब्रिज’ है। उन्होंने रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा और एक तटरक्षक पोत को भी हरी झंडी दिखाई, जो पुल के नीचे से गुजरा। प्रधानमंत्री ने रामेश्वरम में 8300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन और उनके राज्य से मिलने वाली सुशासन की प्रेरणा राष्ट्र निर्माण का बड़ा आधार है।
प्रधानमंत्री ने संगम युग के साहित्य का हवाला देते हुए भगवान राम के साथ तमिलनाडु के जुड़ाव को भी रेखांकित किया। श्रीलंका के साथ मछुआरों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में श्रीलंका से 3700 से अधिक मछुआरों को वापस लाया गया है। प्रधानमंत्री ने यहां रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके (कलाम के) जीवन ने हमें दिखाया कि विज्ञान और अध्यात्म एक दूसरे के पूरक हैं। इसी तरह, रामेश्वरम तक जाने वाला नया पंबन पुल तकनीक और परंपरा को एक साथ लाता है। सरकार के अनुसार, यह पुल 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। लगभग 2.08 किलोमीटर लंबे इस पुल में 99 ‘स्पैन’ और 72.5 मीटर लंबा ‘वर्टिकल लिफ्ट स्पैन’ है, जिसे 17 मीटर तक उठाया जा सकता है। इससे बड़े जहाजों का सुगम आवागमन और साथ ही निर्बाध ट्रेन संचालन सुनिश्चित होगा। पुल में स्टेनलेस स्टील और उच्च श्रेणी के पेंट का इस्तेमाल किया गया है।
नहीं पहुंचे सीएम स्टालिन, पीएम ने साधा निशाना
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कार्यक्रम में भाग नहीं लिया और परिसीमन के मुद्दे पर विरोध जताया। प्रधानमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए तमिल भाषा का समर्थन करते हुए पलटवार किया। उन्होंने गरीबों की मदद के लिए तमिल माध्यम में चिकित्सा शिक्षा देने की वकालत की। उन्होंने कहा, ‘तमिलनाडु के नेताओं की चिट्ठियां जब उनके पास आती हैं तो कभी भी कोई नेता तमिल भाषा में हस्ताक्षर नहीं करता है। मैं सबसे कहूंगा कम से कम तमिल भाषा में अपने हस्ताक्षर तो करो।’
श्रीलंका में बौद्ध मंदिर के किये दर्शन
कोलंबो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्रीलंका के ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा में जय श्री महाबोधि मंदिर के दर्शन किये और भारत से सहायता प्राप्त दो रेलवे परियोजनाओं की शुरुआत की। अनुराधापुरा की यात्रा के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके भी उनके साथ थे। भारत रवाना होने से पहले मोदी ने कहा कि उनकी श्रीलंका यात्रा ने दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सभ्यतागत संबंधों की पुष्टि की है।