इंडिगो उड़ान संकट 500 किमी तक लगेंगे 7500 रुपये पांचवे दिन 850 से अधिक उड़ानें रहीं रद्द
इंडिगो एयरलाइन संकट और हवाई टिकटों की बढ़ती कीमतों के बीच शनिवार को सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार ने हवाई किराए की सीमा 7500 रुपये से 18000 रुपये तक सीमित कर दी है। अब 500 किलोमीटर तक हवाई सफर के लिए 7500 रुपये किराया लगेगा। 500 से 1000 किलोमीटर तक 12000, 1000 से 1500 किलोमीटर तक 15000 और 1500 किलोमीटर से ऊपर अधिकतम 18000 रुपये किराया लगेगा। हालांकि, इसमें बिजनेस क्लास शामिल नहीं है।
उदाहरण के लिए, दिल्ली–मुंबई उड़ान, जिसकी दूरी लगभग 1300 किलोमीटर है के लिए कम से कम इकोनॉमी श्रेणी का किराया 18000 रुपये तक सीमित होगा। यह सीमा तब तक लागू रहेगी, जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। इसमें उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ), यात्री सेवा शुल्क (पीएसएफ) और हवाई टिकटों पर कर शामिल नहीं हैं। इंडिगो के उड़ान संचालन में पांच दिनों से काफी बाधा आ रही है, जिससे बड़ी संख्या में उड़ान रद्द और विलंबित हो रही हैं। पांचवें दिन शनिवार को भी इंडिगो की 850 से अधिक उड़ानें रद्द रहीं। 124 उड़ान बेंगलुरु हवाई अड्डे पर, जबकि 109 उड़ानें मुंबई हवाई अड्डे पर रद्द की गईं। शुक्रवार को रद्द उड़ानों की संख्या 1000 से अधिक थी।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि वह वास्तविक समय डेटा और एयरलाइन तथा ऑनलाइन यात्रा मंचों के साथ सक्रिय समन्वय के माध्यम से किराया स्तर की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेगा। बयान में कहा गया है कि निर्धारित नियमों से कोई भी अमान्य बदलाव होने पर जनहित हित में तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एएलपीए ने इंडिगो को दी राहत पर जताई आपत्ति
पायलटों के संगठन ‘एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन (एएलपीए) इंडिया’ ने डीजीसीए द्वारा इंडिगो को दी गई राहत पर कड़ी आपत्ति जताई है। संगठन का कहना है कि इन रियायतों से न केवल नियामकीय समानता नष्ट हो गई है, बल्कि लाखों यात्री अधिक जोखिम में पड़ गए हैं।
आज रात आठ बजे तक देना होगा रिफंड
इंडिगो की उड़ान बाधित होने से हजारों यात्रियों के प्रभावित होने के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने शनिवार को एयरलाइन को निर्देश दिया कि रद्द की गई उड़ानों के लिए टिकट के रिफंड की प्रक्रिया रविवार रात आठ बजे तक पूरी कर ली जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि यात्रियों के छूटे हुए सामानों को अगले दो दिनों में उन तक पहुंचाया जाए।
