नयी दिल्ली, 24 जून (एजेंसी)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि हम पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसियों के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं। साप्ताहिक प्रेस वार्ता में एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को अपने अधीन किसी भी क्षेत्र का भारत के खिलाफ सीमापार आतंकवाद के लिये इस्तेमाल नहीं करने देने के लिए विश्वसनीय, पुष्टि करने योग्य और अपरिवर्तनीय कदम उठाने सहित उपयुक्त माहौल बनाना चाहिए।’ यह पूछे जाने पर कि ऐसी खबरें आई हैं, जिनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर मुद्दा सुलझने पर परमाणु प्रतिरोध की जरूरत नहीं होने की बात कही है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, यह भारत का आंतरिक मामला है।
अफगानिस्तान में भारत की भूमिका पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की टिप्पणी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमने मीडिया में ऐसी खबरें देखी हैं। हमारा मानना है कि अफगानिस्तान के लोगों को अपने सहयोगी के बारे में निर्णय करना है। उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में बिजली, बांध, स्कूल, सामुदायिक परियोजनाएं आदि बनाने का काम किया है। दुनिया जानती है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में क्या लाया है। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत, अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया का समर्थन करता है और विभिन्न पक्षकारों के संपर्क में है।
चीनी कार्रवाई से भंग हुई शांति : भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन द्वारा बड़ी संख्या में सैनिकों को एकत्र करने और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश से शांति भंग हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह प्रतिक्रिया तब दी, जब उनसे चीनी विदेश मंत्रालय के इस बयान के बारे में पूछा गया कि सीमावर्ती क्षेत्र में चीन की सैन्य तैनाती भारत के अतिक्रमण या खतरे को रोकने के लिए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा,‘यह सर्वविदित है कि पिछले साल की चीनी कार्रवाई (पश्चिमी सेक्टर में) ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति को गंभीर रूप से प्रभावित किया।’