परमाणु ऊर्जा, एआई और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे भारत-फ्रांस
मारसेई, 12 फरवरी (एजेंसी)
भारत और फ्रांस रक्षा, परमाणु ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश संबंध बढ़ाने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और विभिन्न वैश्विक मंचों एवं पहलों में सहभागिता को प्रगाढ़ करने की प्रतिबद्धता जताई है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और प्रमुख वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। राष्ट्रपति मैक्रों ने सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए फ्रांस के दृढ़ समर्थन को दोहराया। वार्ता के बाद जारी साझा बयान के अनुसार दोनों पक्षों के बीच महत्वपूर्ण समझौतों व साझेदारियों पर सहमति बनी है।
दोनों देशों ने आधुनिक परमाणु संयंत्रों को संयुक्त रूप से विकसित करने का इरादा जाहिर किया है। इसके लिए छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टर (एएमआर) को लेकर एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गये। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने इस बात पर जोर दिया कि ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और कम कार्बन वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए परमाणु ऊर्जा, ऊर्जा मिश्रण का एक अनिवार्य हिस्सा है।
भारत और फ्रांस ने एआई के क्षेत्र में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किये। ‘इंडिया-फ्रांस इनोवेशन वर्ष 2026’ का लोगो लॉन्च किया गया। इंडो-फ्रेंच सेंटर फॉर द डिजिटल साइंसेज की स्थापना के लिए आशय पत्र और फ्रांसीसी स्टार्ट-अप इनक्यूबेटर स्टेशन-एफ में 10 भारतीय स्टार्टअप की मेजबानी के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गये।
मोदी ने कहा- हमारा पिनाका रॉकेट सिस्टम देखें : रक्षा क्षेत्र में सहयोग को अगले स्तर पर ले जाते हुए दोनों देश भारतीय पनडुब्बियों के लिए इंटीग्रेटेड कॉम्बैट सिस्टम (आईसीएस) पर विचार कर रहे हैं। संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने भविष्य की पनडुब्बियों में संभावित इंटीग्रेटेड कॉम्बैट सिस्टम पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) ढांचे के शीघ्र विकसित की आवश्यकता का भी उल्लेख किया। यह अनुसंधान एवं विकास की दिशा में पहला औपचारिक कदम है। मोदी और मैक्रों ने भारत में स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के निर्माण में सहयोग में प्रगति की सराहना की। मोदी ने फ्रांसीसी सेना को पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम को ‘करीब से देखने’ के लिए आमंत्रित किया और इस बात पर जोर दिया कि फ्रांस द्वारा इस प्रणाली का अधिग्रहण भारत-फ्रांस रक्षा संबंधों में एक और मील का पत्थर होगा।
गूगल के सीईओ से भी चर्चा : पेरिस में एआई एक्शन समिट के दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने एआई से भारत में उत्पन्न अविश्वसनीय अवसरों और डिजिटल बदलाव पर मिलकर काम करने को लेकर चर्चा की।
वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने बुधवार को मारसेई शहर में भारत के नये वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। इससे पहले, दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक माजारग्वेज युद्ध स्मारक स्थल का दौरा किया और पहले विश्व युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस युद्ध स्मारक स्थल में बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों की अंत्येष्टि की गयी थी। दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर केंद्र का भी दौरा किया।