नयी दिल्ली, 18 जनवरी (एजेंसी)
गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली-एनसीआर में आतंकवादी हमले की आशंका की खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस के मंगलवार को जारी एक आदेश के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जनवरी से ड्रोन (यूएवी), पैराग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। यह आदेश 15 फरवरी तक प्रभावी रहेगा। पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह वाले पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, चेहरे की पहचान वाले सॉफ्टवेयर से लैस सीसीटीवी की निगरानी में समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की सभी इकाइयाें और एनएसजी की टीमों के अलावा अर्धसैनिक बल भी तैनाती का हिस्सा हैं। ड्रोन रोधी प्रबंधन प्रणाली भी लगाई गई है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पंजाब में, हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की सुरक्षा में सेंध का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि ऐसी कोई घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए बल अतिरिक्त सतर्क है। एक अधिकारी ने कहा, खुफिया जानकारी मिली है कि आतंकी या ड्रोन हमला हो सकता है। पंजाब और गाजीपुर में आईईडी मिलने तथा अबू धाबी में हुए ड्रोन हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री के लिए जोखिम की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
तमिलनाडु, बंगाल, केरल की झांकियाें पर पुनर्विचार नहीं
गणतंत्र दिवस परेड में केरल, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु की झांकियों को शामिल न करने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फैसले की समीक्षा या पुनर्विचार करना संभव नहीं है, क्योंकि झांकी चयन की प्रक्रिया बहुत लंबी होती है और एक विशेषज्ञ समिति काफी समय पहले ये फैसले ले लेती है। अधिकारियों ने बताया कि परेड में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की झांकियां होंगी। केंद्र के 9 मंत्रालयों और विभागों की भी झांकियां होंगी।