नयी दिल्ली, 9 अप्रैल (एजेंसी)
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,31,968 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,30,60,542 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वायरस से 780 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,67,642 हो गई। 18 अक्तूबर के बाद सामने आए मौत के ये सबसे अधिक मामले हैं। आंकड़ों के अनुसार देश में लगातार 30 दिनों से नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और इसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 9,79,608 हो गई। हालांकि मरीजों के ठीक होने की दर में गिरावट आई है और अब वह 91.22 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 780 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 376 लोग, छत्तीसगढ़ के 94, पंजाब के 56, दिल्ली के 24 और हरियाणा के 11 लोग थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में वायरस से अभी तक कुल 1,67,642 लोगों की वायरस से मौत हुई है। इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। वे घर में पृथकवास में हैं। उनके पिता फारूक अब्दुल्ला भी पिछले हफ्ते कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे और वह अब इससे उबर रहे हैं।
दिल्ली में नयी लहर की चपेट में आने वाले ज्यादातर युवा : विशेषज्ञ
देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि राष्ट्रीय राजधानी में महामारी की नयी लहर की चपेट में आने वालों में बड़ी संख्या 30 साल से 50 साल की उम्र के, काम पर जाने वाले लोगों की है। कुछ चिकित्सकों का मानना है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने का कारण यह हो सकता है कि ‘वायरस उत्परिवर्तित’ (म्यूटेट) हो गया है और अब इसका स्वरूप पहले के मुकाबले ज्यादा प्रबल है। अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक सुरंजीत चटर्जी कहते हैं,‘युवा पीढ़ी काम के लिए घर से बाहर निकलती है, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करती है, इसलिए उनके दूसरों के संपर्क में आने की संभावना ज्यादा है। बहुत से लोग अब भी मास्क नहीं लगा रहे हैं या सामजिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण संक्रमण के मामले बढ़े हैं।’
रेल सेवाएं रोकने, ट्रेनें कम करने की योजना नहीं
रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि उसकी रेल सेवाओं को रोकने या ट्रेनें कम करने की कोई योजना नहीं है और साथ ही उसने यात्रियों को जरूरत पड़ने पर अधिक ट्रेनें चलाए जाने का आश्वासन दिया। रेलवे की ओर से यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है, जब कई स्थानों से प्रवासी मजदूरों के घर लौटने की खबरें आ रहीं हैं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि ट्रेनों की कोई कमी नहीं होगी और रेलवे ट्रेनों की मांग बढ़ते ही अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करेगा।
‘महाराष्ट्र में टीके बर्बाद होने के केंद्र के दावे सही नहीं’
मुंबई : महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र के उस दावे को शुक्रवार को खारिज कर दिया कि कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य में 5 लाख से अधिक टीके बर्बाद हो गए। टोपे ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर द्वारा रखे आंकड़ों को खारिज करते हुए कहा कि ये सही नहीं हैं। टोपे ने ट्वीट किया,‘टीके बर्बाद होने के जो आंकड़े पेश किए गए हैं वे असल में टीके बर्बाद होने की राष्ट्रीय औसत है। राज्य में राष्ट्रीय औसत प्रतिशत से आधे से भी कम टीके बर्बाद हुए हैं।’ जावडेकर ने बृहस्पतिवार को कहा था कि महाराष्ट्र सरकार को टीकाकरण पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। आंकड़े रखते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि राज्य को अभी तक कोविड-19 के कुल 1,06,19,190 टीके मुहैया कराए गए। देश में कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र ने केंद्र से और टीके मुहैया कराने की मांग की है।
7 दिन में 149 जिलों में कोई नया केस नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि एक सप्ताह में 149 जिलों में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया है, जबकि 8 जिलों में एक पखवाड़े में कोई नया मामला सामने नहीं आया है। हर्षवर्धन ने एक वीडियो लिंक के माध्यम से कोविड-19 पर उच्च स्तरीय मंत्रीसमूह (जीओएम) की 24वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश में शुक्रवार सुबह तक 9.43 करोड़ से अधिक टीके की खुराक दी गई हैं। वरिष्ठ नागरिकों को 3 करोड़ से अधिक टीके की खुराक दी गई हैं। हर्षवर्धन के हवाले से जारी एक बयान में कहा गया है,‘भारत ने कोविड-19 टीके की 6.45 करोड़ खुराक 85 देशों को भेजी हैं।’ उन्होंने कहा,‘वहीं 25 देशों को 3.58 करोड़ खुराक की आपूर्ति की गई है, 44 देशों को 1.04 करोड़ खुराक अनुदान के तौर पर दी गई हैं जबकि 39 देशों को 1.82 करोड़ खुराक की आपूर्ति कोवैक्स तहत की गई है।’
वैष्णो देवी में अब कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट पर ही एंट्री
जम्मू (हप्र) : जम्मू कश्मीर पूर्ण लाॅकडाउन की ओर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हालांकि अब प्रशासन सिर्फ पाबंदियों के नाम बदल कर कोरोना से मुक्ति पाने की कोशिश कर रहा है। ताजा घटनाक्रम में प्रशासन ने वैष्णो देवी की यात्रा पर आने वालों के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने की शर्त जोड़ दी है। इसी तरह से टूरिस्टों में बहुतेरों के पाॅजिटिव पाए जाने की घटनाओं के बाद सड़क मार्ग से कश्मीर जाने वालों के लिए 2 बार टेस्ट करवाने की शर्त के साथ ही उनके लिए आइसोलेशन सेंटर तैयार किए जाने लगे हैं। वैसे भी प्रशासन ने अब 8 जिलों के शहरी इलाकों में रात्रि कर्फ्यू की घोषणा कर दी है तथा मेलों व प्रदर्शनियों को अपना बोरिया बिस्तर आज रात तक समेट लेने का निर्देश दिया है।