जयपुर, 31 मई (एजेंसी)
हरियाणा से राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा ने राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव में चंद्रा का समर्थन करने की घोषणा की है। वहीं, चंद्रा ने अपनी जीत का भरोसा जताया है। नामांकन भरने के बाद चंद्रा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “पिछली बार मैं हरियाणा से राज्यसभा का भाजपा समर्थित निर्दलीय सदस्य था। मैंने भाजपा नेतृत्व से निवेदन किया कि मुझे इस बार मेरी पैतृक जन्मभूमि राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बनाया जाए।” उन्होंने कहा कि वह राजस्थान में नए नहीं हैं। फतेहपुर शेखावाटी में उनका एक घर है, जहां वह आते-जाते रहते हैं। चंद्रा ने कहा, “भाजपा के 30 विधायकों ने मुझे समर्थन दिया है, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं। मेरी बाकी सभी दलों के विधायकों से करबद्ध प्रार्थना है कि मैं आपके बीच का ही हूं, आपके राज्य का ही रहने वाला हूं, इसलिए मेरा समर्थन करें।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्यसभा के सदस्य के रूप में वह राजस्थान के लोगों के हितों की बात पुरजोर तरीके से उठाएंगे। विधायकों की खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों पर चंद्रा ने कहा, “मैं ‘हार्स ट्रेडिंग’ के बारे में तो कुछ जानता नहीं। मुझे तो यह पता है कि राज्यसभा चुनाव है। राज्य के 200 विधायक अपना प्रतिनिधि चुनकर राज्यसभा भेजेंगे। मुझे पता है कि मुझे जीत के लिए जरूरी 41 मतों से ज्यादा वोट मिलेंगे…। ‘हार्स ट्रेडिंग’ की कोई बात ही नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि चंद्रा अभी हरियाणा से राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल एक अगस्त 2022 को पूरा होने जा रहा है। राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर 10 जून को चुनाव होंगे, जिसके लिए कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा, “राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के पास वरीयता के हिसाब से 30 वोट अधिशेष थे। पिछली बार भी हमने दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया था। इस बार भी लगभग ऐसी स्थिति रही।”