नयी दिल्ली, 26 जून (एजेंसी)
कांग्रेस ने अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर हमला तेज करते हुए रविवार को कहा कि मोदी सरकार सेना में भर्ती की यह नयी योजना लाकर युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है और उसे ‘तुगलकी’ फरमान वापस लेना चाहिए।
‘अग्निपथ की बात : युवाओं के साथ विश्वासघात’ अभियान के तहत कांग्रेस के 20 वरिष्ठ नेताओं और प्रवक्ताओं ने कई शहरों में संवाददाता सम्मेलनों को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे और युवाओं के बीच असंतोष का हवाला देते हुए योजना को वापस लेने की मांग की।
कांग्रेस ने कहा कि वह बिना विचार-विमर्श के थोपी गई, युवा विरोधी व राष्ट्र विरोधी योजना के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन करेगी। राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जयपुर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने नीतियों का मसौदा तैयार करने के लिए दूसरे देशों की नकल की। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने नकलची बंदर का रवैया अपनाया है, लेकिन यह हिंदुस्तान है। कभी यह कृषि कानूनों के संदर्भ में अमेरिका का उदाहरण देती है, तो कभी सैन्य सेवा के संदर्भ में इस्राइल की बात करती है।’
पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने दिल्ली में कहा, ‘ऐसे समय में जब चीन हमारी सीमाओं में घुस आया है… यह (अग्निपथ) राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने जैसी है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा के जो भी मंत्री या प्रवक्ता कहते हैं कि अग्निपथ योजना अच्छी है, वे अपने बेटे-बेटियों को इसके तहत भर्ती करवाएं।
गोहिल ने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी का विरोध करते हुए कहा, ‘जिस नेता ने कहा है कि भाजपा कार्यालयों में गार्ड के रूप में अग्निवीरों को रखा जाएगा, उन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए।’