पुरुषोत्तम शर्मा/ हप्र
सोनीपत, 8 जनवरी
आठवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रहने से नाराज किसान नेताओं ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि समाधान निकले। किसानों ने कहा कि अब पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है। सरकार को तय करना है कि बातचीत का जरिया जारी रखे या बंद करना है। उन्होंने कहा कि बैठक में भी किसान संगठनों ने साफ कह दिया है कि सरकार टाइम पास करने के बजाय, पुख्ता हल बताए। किसान अब आर-पार करना चाहता है। किसानों ने सरकार से वार्ता के संदर्भ में 10 जनवरी को कुंडली में संयुक्त मोर्चा की बैठक बुलाई है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का रुख देखकर आगे की रणनीति की घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही किसानों ने आंदोलन तेज करने के लिए जनसंपर्क बढ़ा दिया है और गांव-गांव जाकर हर घर से एक व्यक्ति को भेजने की अपील की जा रही है। किसानों ने संकेत दिया कि 11 को बड़े आंदोलन का ऐलान हो सकता है। किसानों ने कहा कि आंदोलन के 26 जनवरी तक घोषित कार्यक्रम अब ज्यादा संख्या बल के साथ चलेंगे। भाकियू अंबावता के महासचिव शमशेर सिंह दहिया का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कोर्ट किसान के हक में फैसला लेगा।