जयपुर/ जैसलमेर, 12 अगस्त (एजेंसी)
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगभग एक महीने की राजनीतिक खींचतान व उठापटक को भूलकर आगे बढ़ने की नसीहत देते हुए बुधवार को कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है जो आगे भी जारी रहेगी। इस बीच 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के लिए कांग्रेस के विधायक जयपुर लौट आए हैं और अब भी एक होटल में ही रुकेंगे। जैसलमेर में गहलोत से जब पूछा गया कि वे इस सारे प्रकरण को कैसे देखते हैं तो वह बोले,’फॉरेगेट एंड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो, देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में।’ उन्होंने कहा,’ लोकतंत्र खतरे में है। ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है, उसमें जो हमारे विधायकों ने इतना साथ दिया, 100 से अधिक विधायक एकसाथ रहना इतने लंबे समय तक, अपने आप में बहुत बड़ी बात है जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। ’
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व उनके खेमे के 18 विधायकों की वापसी से गहलोत खेमे के कई विधायक खुश नहीं हैं और उन्होंने अपनी नाराजगी मंगलवार रात जैसलमेर में विधायक दल की बैठक में भी जाहिर की थी। इस प्रकरण में किसकी हार किसकी जीत हुई, यह पूछे जाने पर गहलोत ने कहा,’ये जीत जो है, ये जीत असली प्रदेशवासियों की जीत है। मैं प्रदेशवासियों को और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे, आपकी सेवा करेंगे।’ सचिन पायलट व अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर कांग्रेस के कुछ विधायकों में नाराजगी के बारे में गहलोत ने कहा,’ उनकी नाराजगी स्वाभाविक है। जिस रूप में यह प्रकरण हुआ, उनको इतने दिन होटलों में रहना पड़ा, उनका नाराज होना स्वाभाविक था।’