गुरुग्राम, 19 फरवरी (एजेंसी)
गुरुग्राम के चिन्टेल्स पैराडाइसो में कई घरों के ध्वस्त होने के कुछ दिन बाद टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने अपार्टमेंट के चार और टॉवरों को रहने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है जिससे कई निवासियों के सामने असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। गुरुग्राम जिले के ‘टाउन एंड कंट्री प्लानर’ आरएस भाट ने एक सर्वेक्षण किया और ई, एफ, जी तथा एच टावर को रहने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।
भाट इस समय सोसाइटी में मरम्मत और पुनर्वास कार्य देख रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुछ घरों में सीलिंग पर लोहे की छड़ दिख रही हैं और प्लास्टर गिर रहा है तथा बड़ी दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि निवासियों को रहने के वैकल्पिक स्थान पर जाने को कहा गया है। भाट ने कहा कि इन परिवारों के पुनर्वास का खर्च चिन्टेल्स पैराडाइसो को उठाना पड़ेगा।
200 परिवारों में चिंता
इस निर्णय से चार टॉवर के दो सौ फ्लैट में रहने वाले निवासियों के सामने अनिश्चितता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। टावर ई में रहने वाली सलोनी ने कहा, “हम अचानक कहां जाएं? मेरे बच्चे की बोर्ड परीक्षा होने वाली है और टावर डी गिरने से वह पहले से भयभीत है। अब इतने कम समय में हमें नई जगह कहां मिलेगी?” टावर एफ के छठे तल में रहने वाली सीमा ने कहा, “मेरे फ्लैट में दरारें पड़ गई हैं और टावर ढहने के बाद से हर रात हम डर के मारे जगते रहते हैं। मैंने फर्नीचर और इंटीरियर पर 40 लाख रुपये खर्च किये हैं। हम ऐसे ही कैसे जा सकते हैं। हम बर्बाद हो गए हैं।” निवासियों ने दावा किया कि 10 फरवरी को जो टावर डी ध्वस्त हो गया था उसमें रहने वाले लोग शरणार्थियों की तरह रह रहे हैं।
बिल्डर को उठाना होगा खर्च
भाट ने कहा कि इन परिवारों के पुनर्वास का खर्च बिल्डर को उठाना होगा। उन्होंने कहा, “हमने लगभग सभी को स्थानांतरित कर दिया है। इन परिवारों का भी पुनर्वास किया जाएगा और उसका खर्च बिल्डर को उठाना होगा। मरम्मत का कार्य पूरे जोर शोर से चल रहा है।” चिन्टेल्स पैराडाइसो में 10 फरवरी को इमारत का हिस्सा गिर गया था जिससे दो महिलाओं की मौत हो गई थी।