नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली की एक अदालत ने मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद केडी सिंह को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तीन दिन की हिरासत में भेज दिया। सिंह को मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया। विशेष न्यायाधीश अनुराधा शुक्ला भारद्वाज ने पूछताछ के लिए ईडी के हिरासत अनुरोध को स्वीकार लिया। ईडी के विशेष लोक अभियोजक एनके मट्टा ने अदालत को बताया कि पूछताछ के दौरान सिंह के बयान में विरोधाभास मिले और वह जवाब देने से भी बच रहे थे। सिंह एल्केमिस्ट समूह के अध्यक्ष रहे हैं और उन्होंने 2012 में पद से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में वह समूह के चैयरमेन, एमिरेट्स और संस्थापक हैं। ईडी मनी लांड्रिंग के दो मामलों में उनके खिलाफ जांच कर रही है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।