नयी दिल्ली, 23 सितंबर (ट्रिन्यू)
नयी दिल्ली में 1982 में आयोजित बेहद सफल नौवें एशियाई खेलों में अपनी संगठनात्मक भूमिका के लिए सबसे अधिक याद रखे जाने वाले अनुभवी नौकरशाह कंवलजीत सिंह बैंस का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। लोधी श्मशानघाट में परिजनों और मित्रों की उपस्थिति में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
1961 के पंजाब काडर के आईएएस अधिकारी बैंस पंजाब सरकार में सिंचाई एवं ऊर्जा सचिव, विकास आयुक्त और अमृतसर, फिरोजपुर तथा रोपड़ के उपायुक्त सहित विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहे। बैंस को नयी दिल्ली में आयोजित नौवें एशियाई खेलों की सबसे शक्तिशाली विशेष आयोजन समिति में भी नियुक्त किया गया।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा ने केएस बैंस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘पंजाब काडर में अपने एक पूर्व साथी केएस बैंस को खो देना बेहद दुखद है। मैं उन्हें एक हंसमुख और बेहद काबिल अधिकारी के रूप में जानता हूं, जिन्होंने जहां भी काम किया, अपनी छाप छोड़ी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। उनकी पत्नी और बच्चों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। ‘
ट्रिब्यून से बातचीत में दिवंगत नौकरशाह के पुत्र परणीत सिंह बैंस ने उन शीर्ष पदों का जिक्र किया, जिन पर उनके पिता ने काम किया था। परणीत सिंह बैंस ने कहा, ‘मेरे पिता एशियाई खेलों की विशेष आयोजन समिति के सेक्रेटरी जनरल रहे। वह दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के उपाध्यक्ष भी रहे। उनकी अंतिम नियुक्ति पंजाब एंड सिंध बैंक के सीएमडी के रूप में थी।’
पाकिस्तान के तालम्बा में जन्मे केएस बैंस मायलोमा से पीड़ित थे जो पिछले दो महीने में और बिगड़ गया था। उन्होंने शुक्रवार को नोएडा के कैलाश अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी दीप मोहन बैंस और दो बच्चे परणीत सिंह बैंस तथा सुखम साहनी हैं। उनकी प्रार्थना सभा मंगलवार को गुरुद्वारा रकाबगंज में सायं 3.30 बजे होगी।