नागपुर (एजेंसी)
महाराष्ट्र के नागपुर के कई इलाके बाढ़ में डूब गए। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने बताया कि सुनने और बोलने में अक्षम 40 छात्रों सहित 180 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना की दो टुकड़ियों को मदद के लिए बुलाना पड़ा।
बारिश के बाद एक झील भी उफान पर है। शहर में शुक्रवार आधी रात से मूसलाधार बारिश शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश की वजह से कई सड़कें और आवासीय इलाके जलमग्न हो गये, जिसकी वजह से प्रशासन ने एहतियातन स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है। फड़णवीस ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि वह शहर में बारिश की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। वह नागपुर से विधायक हैं। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर उनके कार्यालय ने लिखा, ‘लगातार बारिश की वजह से अंबाझरी झील उफान पर है। जिससे इसके आसपास के निचले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं तथा शहर के अन्य हिस्सों पर भी इसका असर हुआ है।’ फड़णवीस ने बाद में ‘एक्स’ पर कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो-दो इकाईयों ने 140 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नागपुर केंद्र ने कहा कि नागपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ तेज हवा चलने तथा इन इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है।