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पहलगाम में पर्यटकों पर गोलीबारी, 27 की मौत

पहलगाम में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या
आतंकी हमले की सूचना के बाद मौके की ओर जाते सुरक्षाकर्मी। -प्रेट्र
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श्रीनगर, 22 अप्रैल (एजेंसी)

कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट एक मशहूर घास के मैदान में मंगलवार को आतंकवादियाें ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की। इस भीषण हमले में 26 लोगों की मौत हो गयी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं। करीब 20 लोग घायल हुए हैं। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक हैं।

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यह जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाये जाने के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला है। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सऊदी अरब की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्थिति की जानकारी दी। एजेंसियों के साथ तत्काल सुरक्षा समीक्षा बैठक के लिए शाह शाम को श्रीनगर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।

‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहे जाने वाले बैसरन के घास के मैदान में अपराह्न करीब तीन बजे हमला हुआ। पर्यटक आम दिनों की तरह खूबसूरत नजारों का आनंद ले रहे थे। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हथियारबंद आतंकवादियों ने भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे और पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। एक महिला पर्यटक ने बताया कि वहां अफरातफरी मच गयी और सब लोग छिपने के लिए भागे, लेकिन खुले स्थान पर छिपने के लिए कोई जगह नहीं थी। एक महिला ने बताया कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले नाम पूछा। कुछ लोगों का कहना है कि हमलावरों की संख्या पांच थी।

घटनास्थल के कथित वीडियो में शवों और रोती हुईं महिलाओं का दहला देने वाला दृश्य देखा जा सकता है। हालांकि, इस वीडियो की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है। बैसरन में एकत्र हुए पर्यटक कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात समेत कई राज्यों से थे। मारे गए लोगों में कर्नाटक के व्यापारी मंजूनाथ राव भी शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी की आवाजें आने की शुरुआती खबर मिलने के बाद सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बैसरन पहुंची। बैसरन तक केवल पैदल या घोड़ों से ही पहुंचा जा सकता है, इसलिए घायलों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गयी। कुछ घायलों को स्थानीय लोग अपने खच्चरों पर लादकर घास के मैदान से नीचे लाये। पर्यटक परिवारों को कड़ी सुरक्षा के बीच सरकारी स्वामित्व वाले पहलगाम क्लब ले जाया गया। अधिकारियों ने संभावना जताई कि आतंकवादी जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग के रास्ते बैसरन तक पहुंचे होंगे।

पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन, घने देवदार के जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है। यह देश और दुनिया के पर्यटकों एवं ट्रेकर्स का पसंदीदा स्थान है। यह 1980 के दशक में फिल्म निर्माताओं का बेहद पसंदीदा स्थान था। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं। मार्च 2000 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत के दौरे पर थे, तब आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा में 35 सिखों की हत्या कर दी थी।

 

दोषियों को भारी कीमत चुकानी होगी : उपराज्यपाल

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के दोषियों को उनके जघन्य कृत्य की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘यह हमला हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है। मैं स्तब्ध हूं।’

 

कठाेर कार्रवाई होगी : शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं। इस जघन्य आतंकवादी कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे और कठोरतम दंड देंगे।'

 

कब-कब हुआ खून खराबा

2000 : पहलगाम में अमरनाथ बेस कैंप पर आतंकी हमले में 32 लोग मारे गये, 60 घायल हुए।

2001 : शेषनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले में 13 लोग मारे गये, 15 घायल हुए।

2002 : पहलगाम क्षेत्र में हमले में 11 लोग मारे गये।

2017 : अमरनाथ से घर लौट रहे 8 तीर्थयात्री हमले में मारे गये।

2024 : पहलगाम के यन्नार में गोलीबारी में राजस्थान का एक पर्यटक दंपति घायल हो गया था।

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