मुंबई, 29 जनवरी (एजेंसी)महाराष्ट्र में नंदुरबार रेलवे स्टेशन के निकट गांधीधाम-पुरी एक्सप्रेस ट्रेन की पैंट्री कार में शनिवार को आग लग गई। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता के एक बयान में कहा गया है कि आग सुबह लगभग 10.35 बजे लगी जब ओडिशा जाने वाली ट्रेन (12993) रेलवे स्टेशन पर आने ही वाली थी। इसमें बताया गया कि ट्रेन में 22 डिब्बे थे। आग लगने के बाद लगभग 10.45 बजे पैंट्री कार को ट्रेन से अलग कर दिया गया। स्टेशन पर और ट्रेन के अंदर उपलब्ध अग्निशामक यंत्रों का इस्तेमाल आग बुझाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि हादसे में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। बयान में कहा गया है कि अग्निशमन विभाग को तुरंत सूचित किया गया और दमकलकर्मी पूर्वाह्न 11 बजे मौके पर पहुंचे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘आग के कारण पैंट्री कार में धुआं फैल गया, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई और उनमें से कुछ ने ट्रेन से छलांग भी लगा दी। ट्रेन धीमी गति से चल रही थी। ट्रेन को जल्द ही रोक दिया गया।’ उन्होंने बताया कि दोपहर तक आग पर काबू पा लिया गया और आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।