देहरादून, 4 अप्रैल (एजेंसी)
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पिछले 24 घंटों में भड़क गयी है। केन्द्र सरकार ने आग पर काबू पाने के प्रयास में मदद के लिए रविवार को दो हेलीकॉप्टर भेजे। वनाग्नि की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिलाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और स्थिति से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों का जायजा लिया। उत्तराखंड में इस साल सर्दियों में सामान्य से कम बारिश होने के कारण जंगल में आग लगने की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। बैठक में बताया गया कि इस ‘फायर सीजन’ में अब तक वनाग्नि की 983 घटनाएं हुई हैं जिससे 1,292 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वर्तमान में 40 जगहों पर आग लगी हुई है।
नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल जिले वनाग्नि से अधिक प्रभावित हैं। वनाग्नि को रोकने के लिए 12 हजार वन कर्मी लगे हुए हैं जबकि 1,300 फायर क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है।
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने को कहा गया है। प्रदेश भर में तैनात किए गए फायर वाचर्स को चौबीसों घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य और केन्द्र इसे लेकर लगातार संपर्क में हैं।