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Farmers Protest : केंद्र के साथ बैठक पर किसान नेताओं ने कहा- बड़ी जीत नहीं, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे

Farmers Protest : केंद्र के साथ बैठक पर किसान नेताओं ने कहा- बड़ी जीत नहीं, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे
पंजाब के पटियाला जिले में राष्ट्रीय राजधानी की ओर अपना दिल्ली चलो मार्च के लिए किसान शंभू सीमा पर एकत्र हुए। पीटीआई फोटो
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चंडीगढ़, 19 जनवरी (भाषा)

पंजाब के किसान नेताओं ने 14 फरवरी को चंडीगढ़ में उनकी मांगों पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित करने के लिए केंद्र द्वारा दिए गए निमंत्रण पर कहा, ‘‘यह हमारे लिए कोई बड़ी जीत नहीं है, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे।''

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उअनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आखिर तक चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब किसान नेता उनसे अनुरोध करते रहे, तो उन्होंने उनसे कहा, ‘‘जो आपको ठीक लगे, वही करें।''किसान नेताओं ने कहा कि पूरी स्थिति को देखते हुए उन्होंने फैसला किया है कि डल्लेवाल के लिए चिकित्सा सहायता शुरू की जानी चाहिए। किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा, ‘‘हम यह नहीं कह सकते कि यह बड़ी जीत है, लेकिन हम यह कह सकते हैं कि हमने एक कदम आगे बढ़ाया है। हम (केंद्र से) बैठक करवाने में सफल रहे और हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे।''

शनिवार को कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) तथा किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्हें 14 फरवरी को बातचीत फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया। प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद, डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई। गत वर्ष 26 नवंबर को आमरण अनशन पर बैठने के बाद से वह किसी भी तरह की सहायता लेने से इनकार कर रहे थे।

बैठक के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने तस्वीरें जारी कीं, जिनमें डल्लेवाल को नसों में ड्रिप के जरिए चिकित्सा सहायता लेते हुए दिखाया गया। किसान नेताओं ने रविवार को कहा कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से मांग की थी कि बैठक पहले होनी चाहिए, क्योंकि बैठक के लिए तय की गई तारीख 14 फरवरी बहुत दूर है।

किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि अधिकारियों ने किसानों से कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर तैयारियों के लिए मंत्रियों और अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है और दूसरी बात यह कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नौ फरवरी तक आदर्श आचार संहिता लागू है। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि बैठक का पहला दौर चंडीगढ़ में होगा और इससे अगला दौर दिल्ली में होगा। बैठक के लिए निमंत्रण लेकर आए केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि डल्लेवाल को प्रस्तावित बैठक में शामिल होना चाहिए।

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