मुंबई, 24 नवंबर (एजेंसी)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुरक्षा मुहैया कराने वाली एक कंपनी तथा अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर मंगलवार को शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक के परिसरों पर छापे मारे। ईडी की कार्रवाई तड़के शुरू हुयी और सीआरपीएफ के जवान एजेंसी की मदद करते देखे गए। छापेमारी के बाद पूछताछ के लिए सरनाइक के पुत्र विहंग को उनके घर से ईडी के कार्यालय लाया गया। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में टॉप्स ग्रुप्स प्रमोटर्स के 10 से अधिक ठिकानों पर तलाशी ली गई। सरनाइक, ओवला-माजीवाड़ा से विधायक हैं और शिवसेना के प्रवक्ता भी हैं। सरनाईक उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने आत्महत्या के लिए उकसाने के 2018 के मामले को फिर से खोलने की मांग करते हुए एक पत्र लिखा था। उसी मामले में रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी हुई थी। गोस्वामी फिलहाल जमानत पर हैं। अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र विधानसभा में एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करने की भी मांग भी इन्होंने ही की थी।
‘राजनीतिक प्रतिशोध’ कहा शिवसेना ने
शिवसेना ने ईडी की कार्रवाई को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया और कहा कि महाराष्ट्र सरकार या उसके नेता किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उसे (भाजपा को) अगले 25 साल तक महाराष्ट्र में सत्ता में आने का ख्वाब देखना बंद कर देना चाहिए। ‘अगर आपने आज शुरुआत की है तो हमें पता है कि इसका अंत कैसे करना है।’