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धुएं की धुंध में धूमिल धूप पंजाब, चंडीगढ़ एवं आसपास 7 दिनों से सूर्यदेव के दर्शन दूभर

मोहित खन्ना/ ट्रिन्यू पटियाला, 12 नवंबर धान की पराली जलाने से बने धुएं के कारण पंजाब, चंडीगढ़ एवं आसपास के क्षेत्रों में धूप नदारद हो गयी है। मौसम विशेषज्ञों ने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि दिवाली के बाद एक...

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चंडीगढ़ के पास स्थित जीरकपुर का यह नजारा मंगलवार दोपहर का है, जहां स्मॉग के बीच चलता ट्रैफिक एवं आकाश में हल्का सा दिखता एक हवाई जहाज। - रवि कुमार
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मोहित खन्ना/ ट्रिन्यू

पटियाला, 12 नवंबर

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धान की पराली जलाने से बने धुएं के कारण पंजाब, चंडीगढ़ एवं आसपास के क्षेत्रों में धूप नदारद हो गयी है। मौसम विशेषज्ञों ने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि दिवाली के बाद एक नवंबर को 9.2 घंटे धूप दर्ज की गयी थी, लेकिन पिछले सात दिनों (6 से 12 नवंबर तक) धूप के घंटे शून्य पर आ गये।

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विशेषज्ञों के अनुसार, विशेषकर शाम के समय पराली जलाने के मामले ज्यादा होने के कारण समस्या बढ़ रही है। नमी का स्तर अधिक और हवा की गति कम होने के कारण धुआं रुका हुआ है और क्षेत्र में स्मॉग की चादर बनी हुई है।

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की प्रधान कृषि मौसम विज्ञानी केके गिल ने बताया कि विशेष रूप से अक्तूबर के दूसरे हफ्ते के बाद हवा की गति बेहद मंद होने के कारण क्षेत्र में यह स्थिति बनी हुई है। इस महीने एक और 11 नवंबर को छोड़कर किसी भी दिन दो किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की गति से हवा नहीं चली। गिल ने आगे कहा, ‘दिवाली के दौरान पटाखे फोड़ने से निकला धुआं भी नमी के कारण वापस सतह पर आ गया। हालांकि, सबसे चिंताजनक पहलू रात के तापमान का बढ़ना है। फिलहाल क्षेत्र में रात का तापमान आठ डिग्री ज्यादा है, जबकि दिन के तापमान में भी दो डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई है।’ इस बीच, मंगलवार को पंजाब में खेतों में आग लगाने की 83 घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे कुल संख्या 7112 हो गई।

थ्ाोड़ी राहत की आस : चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि सतही हवाएं गति पकड़ने वाली हैं। अनुमान है कि 15 से 20 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। हालांकि, आने वाले दिनों में बारिश की उम्मीद नहीं है। वह वर्तमान स्थिति के पीछे जलवायु परिवर्तन को भी एक कारण मानते हैं।

दिल्ली में आबोहवा ‘बेहद खराब’

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ (एक्यूआई 355) श्रेणी में दर्ज की गयी। राजधानी के आनंद विहार, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, रोहिणी और मुंडका में एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर ‘गंभीर’ श्रेणी में  पहुंच गया।

लुधियाना में नहीं उतर पाया उपराष्ट्रपति का विमान

लुधियाना (ट्रिन्यू) : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ काे मंगलवार को पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होना था, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण उनका दौरा रद्द करना पड़ा। धुंध के चलते उनके विमान को हलवारा हवाई अड्डे पर उतरने में बाधा आई, जिसके बाद विमान को अमृतसर भेजा गया, जहां ईंधन भरने के बाद उसे इंदौर के लिए रवाना किया गया। उपराष्ट्रपति की अनुपस्थिति में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सम्मेलन में शिरकत की। लुधियाना में वायु गुणवत्ता सूचकांक में लगातार गिरावट देखी जा रही है। शहर में दिनभर स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। पीएयू द्वारा दोपहर 2 बजे रिकॉर्ड किया गया औसत एक्यूआई 175 था, जबकि कल का औसत एक्यूआई 202 था, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।

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