टि्रब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 7 सितंबर
जानलेवा कोरोना वायरस के कारण लगभग 5 माह बंद रहने के बाद आखिरकार दिल्ली मेट्रो ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगी है। पहले चरण में 169 दिन बाद सोमवार को मेट्रो ने येलो लाइन पर अपनी सीमित सेवाएं बहाल कीं। येलो लाइन दिल्ली के समयपुर बादली को गुड़गांव के हूडा सिटी सेंटर से जोड़ती है। अगले 5 दिनों के दौरान बाकी लाइनों पर भी ट्रेन दौड़ने लगेंगी। दिल्ली और गुड़गांव के बाद अब मंगलवार से दिल्ली और नोएडा व गाजियाबाद के लिए मेट्रो ट्रेन मिलने लगेंगी।
लंबे समय बाद दिल्ली मेट्रो की पहली ट्रेन सोमवार सुबह 7 बजे समयपुर बादली से हूडा सिटी सेंटर के लिए और हूडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली के लिए रवाना हुईं। पहले दिन मेट्रो सुबह और शाम 4-4 घंटे ही चलाई गई। सिर्फ स्मार्ट कार्ड से ही यात्रियों को सफर की अनुमति दी गई। अभी टोकन सुविधा बहाल नहीं की गई है। बाकी मेट्रो लाइनों पर चरणबद्ध तरीके से ट्रेन चलेंगी।
कोरोना काल में मेट्रो का पूरा नजारा बदला-बदला सा था। मेट्रो के कर्मचारी और सीआईएसएफ के जवान फेस शील्ड, मास्क और दस्ताने पहने थे। यात्री भी मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते नजर आए। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा जांच स्थल पर भी कई बदलाव किए गए हैं। अब वहां प्लास्टिक की टोकरियां रखी हुई थीं और यात्री उनमें अपना पर्स, मोबाइल, बेल्ट आदि सभी छोटा सामान रख रहे थे। वे टोकरी भी स्कैनर से गुजर रही थीं। हर स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ सेनिटाइज करने के बाद ही यात्रियों को स्टेशन परिसर में जाने दिया गया। हर डिब्बे में यात्री एक सीट छोड़कर बैठे।
शाम होते-होते बढ़ी यात्रियों की संख्या
गुरुग्राम (हप्र) : करीब साढ़े 5 महीने बाद पटरी पर दौड़ी दिल्ली मेट्रो में सफर को लेकर यात्रियों में उत्साह कम ही दिखाई दिया। सुबह पहली ट्रेन चंद यात्रियों के साथ शुरू हुई लेकिन शाम होते-होते यात्रियों की संख्या बढ़ गई। सुरक्षा एहतियात की लंबी प्रक्रिया से गुजरने के बाद यात्रियों को हूडा सिटी सेंटर-समयपुर बादली के बीच सफर की मंजूरी मिली। सोमवार सुबह 7 बजे 8 कोच वाली पहली मेट्रो हूडा सिटी सेंटर पर यात्रियों को लेने पहुंची तो चंद यात्री ही सवार हुए।
पहले स्टेशन पर करीब 20 यात्रियों के बाद गुरुग्राम में पड़ने वाले सभी 5 स्टेशन से कुल मिलाकर करीब 200 लोग ही पहले फेरे में समयपुर बादली की ओर निकले। बाद में भी सिलसिला ऐसे ही चलता रहा लेकिन शाम होते-होने दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ती रही। डीएमआरसी के प्रवक्ता हिमांशु ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित सभी एसओपी का पालन सुदृढ़ तरीके से करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की संख्या से ज्यादा सुरक्षा महत्वपूर्ण विषय है, अगले कुछ दिन में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। अभी सुरक्षा की दृष्टि से टोकन खिड़की बंद कर दी गई है। सिर्फ वही यात्री मेट्रो में सफर कर सकेंगे जिनके पास मेट्रो का स्मार्ट कार्ड है। साथ ही मास्क, हैंड सेनेटाइजर, फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। दूसरी तरफ, रेपिड मेट्रो का परिचालन भी दिल्ली मेट्रो के साथ ही शुरू कर दिया गया है लेकिन रेपिड़ मेट्रो को दिनभर यात्रियों की बेरुखी से जूझना पड़ा। दरअसल रेपिड़ मेट्रो सेक्टर 56 से मोलेसरी एवेन्यू के बीच दौड़ती है। मुख्यतः इस मेट्रो सेवा का इस्तेमाल ज्यादातर साइबर सिटी में कार्यरत यात्री ही करते हैं।