नयी दिल्ली, 6 नवंबर (एजेंसी) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार ने मुफ्त राशन देने की अपनी योजना 6 महीने के लिए मई 2022 तक बढ़ा दी है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, “महंगाई बहुत ज्यादा हो गई है। आम आदमी को दो वक्त की रोटी भी मुश्किल हो रही है। कोरोना की वजह से कई बेरोजगार हो गए। प्रधानमंत्री जी, गरीबों को मुफ्त राशन देने की इस योजना को कृपया छह महीने और बढ़ाया जाए। दिल्ली सरकार अपनी मुफ्त राशन योजना छह महीने के लिए बढ़ा रही है।” केजरीवाल के बयान से एक दिन पहले खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा था कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन वितरण योजना को 30 नवंबर से ज्यादा आगे बढ़ाने का केंद्र सरकार का कोई इरादा नहीं है।” दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 2013 तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लाभार्थियों को मुफ्त राशन वितरित करती है। शहर में उचित मूल्य की दो हजार से ज्यादा दुकानें हैं, 17.77 लाख राशन कार्ड धारक हैं और 72.78 लाख लाभार्थी हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।