दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में दिया नोटिस कहा- लापरवाही से गई दो मासूम जानें
हरियाणा में दो युवा बास्केटबॉल खिलाड़ियों- हार्दिक राठी और अमन कुमार की मौत ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। इसी मुद्दे को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का नोटिस देते हुए कहा कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि खुले तौर पर सरकारी लापरवाही का नतीजा है, जिसके लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए।
दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि रोहतक और झज्जर में हुई दोनों घटनाओं की जड़ में खेल सुविधाओं की बदहाली है। खिलाड़ी लंबे समय से जर्जर पोल, टूटी फ्लोरिंग और बदहाल कोर्ट की शिकायतें कर रहे थे, लेकिन सरकार ने 11 वर्षों से स्टेडियमों के रखरखाव के लिए कोई बजट जारी नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने सांसद निधि से 18.50 लाख रुपये स्टेडियम सुधार के लिए दिए, तो वह फाइलों में ही अटका दिया गया और तीन साल तक एक रुपये भी खर्च नहीं हुआ।
पीड़ित परिवारों को नौकरी-मुआवजे की मांग
दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में मांग रखी कि दोनों खिलाड़ियों के परिवारों को सरकारी नौकरी दी जाए। कम से कम 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। तीन वर्षों तक सांसद निधि न लगाने वाले अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज हो। राष्ट्रीय खिलाड़ी हार्दिक राठी के नाम पर हरियाणा में इंडोर बास्केटबॉल स्टेडियम बने। और राज्य के खेल ढांचे को सुधारने के लिए पर्याप्त केंद्रीय बजट उपलब्ध कराया जाए।
