चंडीगढ़, 28 मार्च (एजेंसी)
हरियाणा में सोमवार को रोडवेज कर्मी देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल में शामिल हुए जिससे सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बाधित हुईं। केंद्र की कथित गलत नीतियों के विरुद्ध केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त मंच ने हड़ताल का आह्वान किया है। हरियाणा रोडवेज के कई डिपो पर बस सेवाएं निलंबित रहीं जिसके चलते लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। रोडवेज कर्मचारियों ने राज्य के कई डिपो पर हड़ताल में हिस्सा लिया। रोडवेज कर्मचारियों की 10 यूनियनों के संयुक्त मोर्चे के एक नेता सरबत सिंह पुनिया ने कहा, “सभी बस डिपो पर बस सेवाएं निलंबित हैं।” उन्होंने कहा, “केवल वही बसें सुबह चल रही हैं जो निजी परिचालकों द्वारा नारनौल, झज्जर और चंडीगढ़ डिपो में किलोमीटर योजना के तहत चलाई जाती हैं। हमारे रोडवेज कर्मचारी पूर्ण हड़ताल पर हैं।” उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नीत हरियाणा सरकार राज्य की रोडवेज बसों की संख्या को नहीं बढ़ा रही है। उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि वे परिवहन सेवाओं के निजीकरण को प्रोत्साहित करने का इरादा रखते हैं। छह साल पहले हरियाणा रोडवेज में 4,200 बसें थीं जो अब घटकर 2,600 रह गई हैं तथा निजी बसों को प्रोत्साहित करने के लिए रूट परमिट दिया जा रहा है।’ पुनिया ने दावा किया कि हरियाणा रोडवेज के बेड़े में 10 हजार बसों की जरूरत है लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। अधिकारियों ने कहा कि कुछ जिलों में हड़ताल के दौरान कानून व्यवस्था कायम रखने के उद्देश्य से धारा 144 लागू कर दी गई है जिसके तहत बस स्टैंड के 100 मीटर के दायरे में पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर मनाही है। बैंक कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं जिस कारण बैंकों की सेवाएं प्रभावित रहीं। इस बीच पंजाब में सार्वजनिक बस सेवा सामान्य रूप से चलती रही। पंजाब परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “पंजाब में हमारी बस सेवाएं सामान्य रूप से कल रही हैं।” पंजाब बैंक कर्मचारी संघ के उप महासचिव नरेश गौर ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं जिससे राज्य में बैंक सेवाओं पर असर पड़ा है।