नयी दिल्ली, 5 अप्रैल (एजेंसी)
भारत में एक दिन में कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 1,03,558 नये मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,25,89,067 हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के प्रसार के बाद से पिछले साल 17 सितंबर को एक दिन में सर्वाधिक 97,894 नये मामले सामने आये थे। कोविड-19 के एक दिन में सामने आने वाले नये मामले पिछले साल 76 दिन में 20 हजार से सर्वाधिक 97,894 नये मामलों तक पहुंचे थे और इस बार केवल 25 दिन (10 मार्च से 4 अप्रैल) के भीतर ही अब तक के सर्वाधिक एक लाख के पार चले गए।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में वायरस से 478 और मरीजों की मौत के बाद महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,65,101 हो गई।
नये मामलों में 82 प्रतिशत आठ राज्यों से : देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोविड-19 के 1,03,558 नए मामलों में से 81.90 प्रतिशत महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और पंजाब से हैं, जहां संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि केवल महाराष्ट्र में ही एक दिन में सर्वाधिक 57,074 नए मामले यानी कुल 55.11 प्रतिशत मामले सामने आए।
कई राज्यों में स्कूल बंद : महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली समेत कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर विद्यालयों को बंद करने की घोषणाएं हुई हैं या कक्षाओं को आगे स्थिति की समीक्षा तक बंद कर दिया गया है। दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अनिश्चित काल के लिए विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की है जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पंजाब समेत कई अन्य राज्यों ने कुछ अवधि के लिए कक्षाओं को निलंबित किया है।
कश्मीर में डॉक्टरों, नर्सों की छुट्टियां रद्द
जम्मू/श्रीनगर (हप्र/एजेंसी) : जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर कश्मीर प्रशासन ने घाटी के अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। कश्मीर के स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने एक आदेश जारी कर कहा, ‘डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल कर्मियों और विभाग के अन्य अधिकारियों की सभी छुट्टियां, जो निदेशक या संबंधित सीएमओ और अन्य डीडीओ के स्तर पर मंजूर की गई हैं, या विचाराधीन हैं, उन्हें रद्द किया जाता है।’