नयी दिल्ली, 15 अक्तूबर (एजेंसी)
कांग्रेस नेता उदित राज के बयान पर बृहस्पतिवार को उस वक्त विवाद खड़ा हो गया, जब उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के आयोजन पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पैसा खर्च किया जाना गलत है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस का कोई लेनादेना नहीं है, क्योंकि यह उनकी निजी राय है और वह अपनी इस टिप्पणी पर बहस के लिए तैयार है। इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि यही गांधी परिवार की सच्चाई है। उधर, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उदित राज का बयान उनकी निजी राय है और पार्टी उससे सहमत नहीं है। पूर्व सांसद उदित राज ने ट्वीट किया, ‘सरकार द्वारा किसी भी तरह की धार्मिक शिक्षा या अनुष्ठान के लिए पैसा नहीं दिया जाना चाहिए। सरकार का अपना कोई धर्म नहीं होता है। उप्र सरकार इलाहाबाद में कुंभ मेले के आयोजन पर 4200 करोड़ रुपये खर्च करती है, वह भी गलत है।’ विवाद बढ़ने के बाद उदित राज ने कुछ देर में अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया, हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने इस इसे फिर बहाल कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं ट्वीट को बहाल कर रहा हूं और संवाद के लिए तैयार हूं। जब भी राजनीतिक मामला होता है तो कांग्रेस को टैग करता हूं। इसमें नही किया था, क्योंकि व्यक्तिगत विचार है। बिना वजह पार्टी को घसीटा जा रहा है। डॉक्टर अम्बेडकर मानते थे कि राजनीति और धर्म का मिश्रण नही होना चाहिए।’
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे लेकर ट्वीट किया, ‘मित्रों ये है गांधी परिवार की सच्चाई। पहले हलफनामा देकर सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि ‘भगवान श्रीराम मात्र काल्पनिक हैं..उनका कोई अस्तित्व नहीं और अब प्रियंका वाड्रा का कहना है की कुंभ मेला भी बंद होना चाहिए! तभी तो दुनिया कहती है राहुल और प्रियंका “सुविधा-वादी” हिंदू हैं!