अदिति टंडन/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 27 सितंबर
राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांंग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर संशय बरकरार है। इस बीच, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सर्वमान्य उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल गांधी का करीबी होना भी उनके पक्ष में है। उधर, वरिष्ठ नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक और कुछ अन्य नामों को लेकर भी अटकलें हैं। वैसे कमलनाथ, दिग्विजय कह चुके हैं कि उन्हें अध्यक्ष पद में दिलचस्पी नहीं है। इस बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने मंगलवार को नामांकन पत्र मंगवाया। हालांकि, बाद में बंसल ने कहा कि चुनाव लड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है, वह पार्टी की चंडीगढ़ इकाई के लिए दो फॉर्म लाए हैं, ताकि बतौर प्रस्तावक फार्म भरा जा सके। वहीं, पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि शशि थरूर 30 सितंबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे, उनके एक प्रतिनिधि ने यह जानकारी दी है।
मिस्त्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें चुनाव की स्थिति के बारे में जानकारी दी और डेलीगेट (निर्वाचक मंडल की सदस्य) के रूप में उनका पहचान पत्र सौंपा। राजस्थान के घटनाक्रम से जुड़े एक सवाल पर मिस्त्री ने कहा, ‘चुनाव समय पर होगा। घोषित कार्यक्रम के मुताबिक होगा।’ उधर, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने राहुल गांधी से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने और इसे बचाने का आग्रह किया।
राजस्थान संकट : गहलोत के तीन समर्थकों को नोटिस
कांग्रेस की राजस्थान इकाई में संकट को लेकर पार्टी के पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने लिखित रिपोर्ट मंगलवार शाम सोनिया गांधी को सौंप दी। इसके बाद, पार्टी की अनुशासनात्मक समिति ने गहलोत के करीबी व राजस्थान के मंत्रियों शांति धारीवाल, महेश जोशी और पार्टी नेता धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिन के भीतर जवाब तलब किया। इस बीच्ा, मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी दिल्ली पहुंच गये।