ट्रिब्यून वेब डेस्क
नयी दिल्ली, 20 मई
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और 1988 के रोड रेज मामले में उन पर लगाई गई सजा को भुगतने के लिए आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ सप्ताह का समय मांगा। शीर्ष अदालत ने गुरुवार को सिद्धू को मामले में एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी, जिसमें कहा गया था कि अपर्याप्त सजा देने के लिए किसी भी ‘अनुचित सहानुभूति’ से न्याय प्रणाली को अधिक नुकसान होगा और कानून की प्रभावकारिता में जनता के विश्वास को कम करेगा। सिद्धू की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी ने जस्टिस ए एम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख किया और कहा कि पूर्व क्रिकेटर को आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ सप्ताह चाहिए। सिंघवी ने पीठ से कहा, वह निश्चित रूप से जल्द ही आत्मसमर्पण करेंगे। उन्होंने कहा, हम कुछ सप्ताह आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। मामला 34 साल पहले का है। वह अपनी हेल्थ संबंधित मामलों को व्यवस्थित करना चाहता हूं।
जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ने सिंघवी से कहा कि इस मामले में फैसला एक विशेष पीठ ने पारित किया है। पीठ ने कहा कि “आप उस आवेदन को दायर कर सकते हैं और मुख्य न्यायाधीश के समक्ष इसका उल्लेख कर सकते हैं। यदि मुख्य न्यायाधीश आज उस पीठ का गठन करते हैं, तो हम उस पर विचार करेंगे। अगर वह बेंच उपलब्ध नहीं है तो उसका गठन करना होगा। उस मामले के लिए एक विशेष पीठ का गठन किया गया था। सिंघवी ने कहा कि वह मुख्य न्यायाधीश के समक्ष मामले का उल्लेख करने का प्रयास करेंगे।