नयी दिल्ली, 27 नवंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ में कहा कि भारत को जी20 की अध्यक्षता मिलना एक बड़ा अवसर है और हमें इसका पूरा उपयोग करते हुए विश्व कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि शांति हो या एकता, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता हो या टिकाऊ विकास, भारत के पास इन सबसे जुड़ी चुनौतियों के समाधान हैं। उन्होंने कहा कि जी20 के लिए हमारा थीम- ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ है, जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौर हो कि भारत आधिकारिक तौर पर एक दिसंबर को जी20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। अध्यक्षता के एक वर्ष के दौरान देश में 55 जगहों पर संगठन की 200 से ज्यादा बैठकें होंगी। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि इतने बड़े आयोजन के दौरान देशवासी भारत की संस्कृति के विविध और विशिष्ट रंगों से दुनिया को अवगत कराएंगे। उन्होंने देशवासियों, खासकर युवाओं से आग्रह किया कि वे किसी न किसी रूप में जी-20 से जरूर जुड़ें।
‘विक्रम-एस’ ऐतिहासिक उपलब्धि
मोदी ने भारत के पहले निजी रॉकेट ‘विक्रम-एस’ के सफल परीक्षण का भी जिक्र किया और कहा कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि से हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। उन्होंने इसे भारत में निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक नये युग के उदय का प्रतीक बताया और कहा कि यह देश में आत्मविश्वास से भरे एक नये युग का आरंभ भी है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के जरिए सेब ढोने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि देशवासी अपने नवोन्मेषों से उन चीजों को भी संभव बना रहे हैं, जिसकी पहले कल्पना तक नहीं की जा सकती थी।