नयी दिल्ली, 21 फरवरी (एजेंसी)
महाराष्ट्र, केरल, पंजाब सहित कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने के मद्देनजर केंद्र ने उन्हें आरटी-पीसीआर जांच का अनुपात बढ़ाने और वायरस के घातक स्वरूप की नियमित रूप से निगरानी करने की सलाह दी है। केंद्र ने राज्यों को चयनित जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की फिर से सख्त निगरानी करने को भी कहा है। केंद्र सरकार ने राज्यों को लिखे पत्र में इस बात पर भी जोर दिया है कि सभी नेगेटिव रैपिड एंटीजन जांच नतीजों के बाद अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच की जाए।
देश में लगातार चौथे दिन नये मामलों में वृद्धि दर्ज की गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना के 14,264 नये मामले सामने आये। इस दौरान 11667 लाेग ठीक हुए, जबकि 90 संक्रमितों की मौत हो गयी। इसके साथ ही उपचाराधीन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 1,45,634 हो गयी है।
मंत्रालय ने कहा, ‘देश में कोरोना के कुल उपचाराधीन मरीजों में 74 फीसदी से अधिक केरल और महाराष्ट्र में हैं। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी मामलों में वृद्धि देखी गयी है।’ मंत्रालय के अनुसार पंजाब में पिछले 4 हफ्तों में संक्रमण की साप्ताहिक दर 1.4 से बढ़ कर 1.6 हो गयी है।
पुणे में फिर पाबंदियां : पुणे में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने कुछ पाबंदियां लागू करने का फैसला किया है। स्कूल, कॉलेज और निजी कोचिंग कक्षाएं 28 फरवरी तक बंद रहेंगी। सोमवार से रात 11 से सुबह 6 बजे के बीच गैर-जरूरी गतिविधियों के लिए लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। होटल और रेस्तरां भी रात 11 बजे के बाद नहीं खुल सकेंगे। माइक्रो कंटेनमेंट जोन, कोरोना देखभाल केंद्र फिर बनाए जाएंगे। संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों का पता लगाने के कदम उठाये जाएंगे। शादियों और सामाजिक आयोजनों में 200 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पाएंगे।
टीकाकरण तेज करने के भी निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख कर टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने पर जोर दिया है। मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया है कि काफी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीका लगाया जाना अभी भी बाकी है। सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हफ्ते में टीकाकरण के दिनों की संख्या बढ़ा कर प्रति सप्ताह न्यूनतम 4 दिन की जानी चाहिए। अभी कुछ राज्य सप्ताह में 2 दिन टीकाकरण कर रहे हैं। पत्र में कहा गया है, बुजुर्गों और अन्य रोग से ग्रसित व्यक्तियों के प्राथमिकता समूह को टीका लगाने की शुरुआत मार्च में की जानी है।