उत्तरकाशी, 19 नवंबर (एजेंसी)
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसमें फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने की कवायद में रविवार को तेजी आयी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) सुरंग के ऊपर से ‘लंबवत ड्रिलिंग’ शुरू करने के लिए रास्ता बनाने में जुटा है। पिछले सात दिनों से फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए ‘लंबवत ड्रिलिंग’ के विकल्प पर शनिवार शाम से काम शुरू किया गया। रास्ता तैयार होने पर सुरंग के ऊपर चिह्नित बिंदु तक मशीनें पहुंचाने के बाद ‘लंबवत ड्रिलिंग’ शुरू की जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के कई अधिकारी और देश-विदेश के विशेषज्ञ श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों की निगरानी के लिए सिलक्यारा में डटे हुए हैं।
सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने रविवार को कहा कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सरकार द्वारा मल्टीविटामिन, अवसादरोधी दवाएं और सूखे मेवे भेजे जा रहे हैं। जैन ने कहा, सौभाग्य से, अंदर रोशनी है, क्योंकि बिजली चालू है।