नयी दिल्ली/कोलकाता, 4 मई (एजेंसी)
भाजपा नेता गौरव भाटिया ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा ‘विधानसभा चुनाव से पहले, चुनाव के दौरान और बाद में’ कथित रूप से हत्या और बलात्कार सहित ‘अनियंत्रित हिंसा’ की सीबीआई जांच के लिये मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में आवेदन दायर किया। वरिष्ठ अधिवक्ता भाटिया ने 2018 की अपनी लंबित जनहित याचिका में दायर इस आवेदन में राज्य सरकार को यह निर्देश देने का अनुरोध किया है कि वह हिंसा में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों, गिरफ्तारियों और उठाए गए कदमों के बारे में एक विस्तृत स्थिति रिपोर्ट दाखिल करे।
उधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की और चुनाव के बाद कई जिलों से हिंसा की खबरों के मद्देनजर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरा क्षोभ प्रकट किया।
इस बीच, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई व्यापक हिंसा ने उन अत्याचारों की याद दिला दी है जिसका सामना लोगों को देश के विभाजन के दौरान करना पड़ा था।
स्थिति संभालें ममता : कांग्रेस
कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि ऐसी घटनाएं लोकतंत्र में अस्वीकार्य हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्थिति पर नियंत्रण करना चाहिए। पार्टी प्रभारी जितिन प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने हमला किया है।
चुनाव अधिकारी को सुरक्षा
पश्चिम बंगाल सरकार ने निर्वाचन आयोग (ईसी) को बताया है कि उसने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी को सुरक्षा मुहैया करायी है। इस विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी अपने पूर्व समर्थक और अब भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी से 1956 वोटों से हार गयी थीं।
राष्ट्रपति शासन के लिये याचिका : सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को एक याचिका दायर की गई जिसमें पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया गया है। याचिका तमिलनाडु के ‘इंडिक कलेक्टिव ट्रस्ट’ ने वकील सुविदत्त एमएस के माध्यम से दायर की है। इस बीच, पुलिस ने कहा कि चुनाव बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा में कम से कम छह लोग मारे गए। भाजपा ने आरोप लगाया है कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने उसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है। टीएमसी ने इन आरोपों से इनकार किया है।