Bihar Election 2025 : नए चुनावों में बढ़ा ‘नो-चॉइस’ का विकल्प, 2020 के मुकाबले नोटा का बटन दबाने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में "इनमें में से कोई नहीं" (नोटा) का बटन दबाने वालों की संख्या इस बार पिछली बार की तुलना में मामूली रूप से बढ़ी है। हालांकि फिर भी 2015 से काफी कम है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
छह और 11 नवंबर को दो चरण में हुए चुनाव के बाद शुक्रवार को मतगणना हुई। राजग बिहार चुनावों में भारी बहुमत की ओर बढ़ रहा है। कुल 243 सीट में से करीब 200 पर आगे है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है।
राजद, कांग्रेस और तीन वाम दलों का महागठबंधन 35 सीट का आंकड़ा पार करने के लिए संघर्ष कर रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, मतदान के दौरान कुल मतदाताओं में से 1.81 प्रतिशत यानी 6,65,870 ने नोटा का बटन दबाया। बिहार में 7.45 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
साल 2020 में, लगभग 7,06,252 लोगों ने विधानसभा चुनाव में नोटा दबाया था, जो कुल डाले गए मतों का 1.68 प्रतिशत था। साल 2015 में नोटा दबाने वालों की संख्या 9.4 लाख थी, जो मतदान करने वाले कुल 3.8 करोड़ मतदाताओं का 2.48 प्रतिशत थी।
