नयी दिल्ली, 4 मार्च (एजेंसी)
सरकार के ‘जीवन सुगमता सूचकांक’ में 111 शहरों में से बेंगलुरू को रहने के लिए देश का सबसे सुगम शहर चुना गया है। इस सूचकांक में पुणे दूसरे और अहमदाबाद तीसरे स्थान पर रहा। चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंबटूर, वडोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई भी शीर्ष 10 शहरों में शामिल रहे। ‘10 लाख से अधिक की आबादी’ की इस श्रेणी में शामिल 49 शहरों में दिल्ली 13वें और श्रीनगर सबसे निचले स्थान पर रहा। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह सूचकांक जारी किया। ‘10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों’ की श्रेणी में शिमला शीर्ष पर है, जबकि भुवनेश्वर दूसरे और सिलवासा तीसरे स्थान पर रहा। गुरुग्राम को आठवां स्थान मिला। कुल 62 शहरों की इस श्रेणी में मुजफ्फरपुर सबसे पीछे रहा।
नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद ने 10 लाख से कम आबादी की श्रेणी में ‘नगरपालिका प्रदर्शन सूचकांक’ में पहला स्थान हासिल किया। करनाल तीसरे स्थान पर रहा। इंदौर ने 10 लाख से अधिक की आबादी की श्रेणी में ‘नगरपालिका प्रदर्शन सूचकांक’ में शीर्ष स्थान हासिल किया।
92वें पायदान से शीर्ष पर
शिमला (निस) : हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज प्रदेश विधानसभा में एक विशेष वक्तव्य में कहा कि प्रथम स्थान पाना प्रदेश सरकार के साथ-साथ शिमला शहर के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि 2018 के सर्वेक्षण में शिमला शहर जीवन सुगमता सूचकांक में देश के 111 शहरों में 92वें स्थान पर था। अब 92वें पायदान से प्रथम स्थान पर छलांग लगाना हमारे लिए गर्व का विषय है। जीवन सुगमता सूचकांक देश के विभिन्न शहरों के ‘रहने लायक स्थिति’ का आकलन है। भारद्वाज ने कहा कि केंद्र के आवास और शहरी मंत्रालय ने विभिन्न पहलुओं के माध्यम से देश के शहरों में हुई प्रगति का आकलन करने और उन्हें अपने कार्य प्रदर्शन की योजना बनाने, कार्यान्वयन और निगरानी करने के लिए 2 सूचकांक जीवन सुगमता सूचकांक और नगरपालिका कार्य प्रदर्शन सूचकांक लांच किए थे। सूचकांक में शिमला का श्रेष्ठ रहना गत वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए विकास का द्योतक है।