नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (एजेंसी)
मलेरिया के उपचार के लिए 1980 में विकसित दवा आयुष-64, कोविड-19 के हल्के एवं मध्यम संक्रमण के मामलों में उपचार के लिए उपयोगी है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को आयुष मंत्रालय ने दी। सेंटर फॉर रियूमैटिक डिजीज, पुणे के निदेशक अरविंद चोपड़ा ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दवा का परीक्षण 3 केंद्रों पर किया गया। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ; दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, वर्धा और बीएमसी कोविड केंद्र, मुंबई में 70-70 रोगियों पर इस दवा का परीक्षण किया गया। चोपड़ा ने कहा कि आयुष-64 से उपचार में काफी सुधार दिखा और कम समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि दवा का सामान्य स्वास्थ्य, थकान, चिंता, तनाव, भूख, खुशी और नींद पर लाभकारी प्रभाव देखा गया। उन्होंने कहा, ‘परीक्षण में पाया गया कि आयुष-64 से कोविड-19 के मामूली से मध्यम स्तर का उपचार प्रभावी एवं सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है।’