मुंबई (एजेंसी) : मुंबई की एक विशेष अवकाशकालीन अदालत ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को कथित धन शोधन मामले में शनिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख की 9 दिन की और हिरासत का अनुरोध किया था। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। इसी आधार पर देशमुख और अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया गया। ईडी ने सीबीआई द्वारा 21 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद देशमुख और उनके साथियों के विरुद्ध जांच शुरू की थी। ईडी का आरोप है कि देशमुख ने पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के जरिए मुंबई में विभिन्न बार और रेस्त्रां से 4.70 करोड़ रुपये से अधिक एकत्रित किए।
वाजे और परमबीर ने सट्टेबाजों से की थी उगाही : पुलिस
मुंबई (एजेंसी) : मुंबई पुलिस ने यहां एक अदालत में कहा कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे और पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वालों को गिरफ्तारी का डर दिखाकर उनसे ढेर सारे पैसे वसूल किये। इसके साथ ही पुलिस ने वाजे की हिरासत बढ़ाने का भी अनुरोध किया। वाजे के विरुद्ध गोरेगांव पुलिस थाने में उगाही का एक मामला दर्ज है। बिल्डर और होटल व्यवसायी बिमल अग्रवाल की ओर से दायर शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने एक नवंबर को वाजे को हिरासत में लिया था। इस मामले में मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह भी आरोपी हैं। वाजे को पुलिस ने शनिवार को एक अदालत में पेश किया और आगे की जांच के लिए हिरासत मांगी, जिसे अदालत ने 13 नवंबर के लिए बढ़ा दिया।
अपराध शाखा ने अदालत में कहा कि वह जांच करना चाहती है कि क्या वाजे ने सिंह के नाम पर किसी से पैसा लिया और उगाही के लिए सिंह के अलावा किसने उसकी मदद की। यह पता लगाया जाना है कि उगाही का धन किससे लिया गया और किसको दिया गया। यह जांच भी की जानी है कि आरोपी ने इस प्रकार और कितने अपराध किये। अदालत में पुलिस ने
कहा कि वाजे परमबीर सिंह का करीबी है और अपराध शाखा उससे सिंह के बारे में पूछताछ करना चाहती है।
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता (अग्रवाल) की आवाज के नमूने फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किये गए हैं।