जोधपुर, 3 अक्तूबर (एजेंसी)
भारतीय वायुसेना ने देश में विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) को सोमवार को औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल कर लिया। रक्षा मंत्री ने इसे ‘प्रचंड’ नाम दिया है। यह बहुपयोगी हेलीकॉप्टर कई तरह की मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है। यह रात और दिन दोनों समय संचालन योग्य है। लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।
जोधपुर स्थित वायुसेना स्टेशन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की उपस्थिति में चार हेलीकॉप्टरों को वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो रक्षा उत्पादन में भारत की क्षमता को दर्शाता है। भारतीय वायुसेना देश की संप्रभुता की रक्षा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और मुझे विश्वास है कि एलसीएच के शामिल होने के बाद इसकी समग्र क्षमता में और वृद्धि होगी।’ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि इस एलसीएच की क्षमता वैश्विक स्तर पर अपनी श्रेणी के हेलीकॉप्टर के बराबर है।
इस मौके पर एक सर्व-धर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। एलसीएच को ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ ने विकसित किया है। इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है। 1999 के कारगिल युद्ध के बाद ऐसे हेलीकॉप्टर की आवश्यकता महसूस की गई थी।
रात में भी हमला करने में सक्षम
अधिकारियों ने बताया कि 5.8 टन वजन और दो इंजन वाले इस हेलीकॉप्टर से कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण किया जा चुका है। एलसीएच और ‘एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर’ ध्रुव में कई समानताएं हैं। इसमें कई विशेषताएं हैं, जिनमें ‘स्टील्थ’ (रडार से बचने की) खूबी के साथ ही बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली से लैस और रात को हमला करने व आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता शामिल हैं।