सुरेश एस. डुग्गर
जम्मू, 4 मई
प्रदेश में कोरोना मरीजों की मदद को निकले एनजीओ कई परेशानियों से भी जूझ रहे हैं। इनमें मरीजों को लंच व डिनर मुफ्त में डिलीवरी करने वालों को अगर लाकडाउन की पाबंदियों के बीच पुलिस से परेशान होना पड़ रहा है तो सबसे अधिक परेशानी उनको है जो फ्री आक्सीजन सिलेंडर दे रहे हैं। ठीक होने वाले मरीज खाली सिलेंडरों को लौट ही नहीं रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सबसे अधिक कोरोना मरीज जम्मू व श्रीनगर के जिलों में हैं। श्रीनगर जिला रेड कैटेगरी में है तो जम्मू जिला ओरेंज में। कई संस्थाएं और व्यक्ति मुफ्त में खाना पहुंचाने में जुटे हुए हैं। हालांकि आक्सीजन को लेकर मारामारी नहीं है फिर भी कश्मीर में मुफ्त आक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाने वाले अधिकतर एनजीओ परेशान हैं। कश्मीर मे कार्यरत अथरोट एनजीओ के चेयरमेन बशीर अहमद ने बताया कि पिछले महीने 300 आक्सीजन सिलेंडर मरीजों तक पहुंचाए थे और वापस सिर्फ 70 ही आए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर मरीजों को 10 से 12 दिन के लिए ही आक्सीजन की जरूरत होती है। जिन मरीजों ने सिलेंडर नहीं लौटाए हैं वे अपने घरों को लौट चुके हैं और उनके फोन भी बंद आ रहे हैं।
इसी प्रकार एक अन्य एनजीओ आब-ए-रवान के अधिकारियों का कहना था कि कई मरीज तो ऐसे हैं जो घरों में ही आक्सीजन सिलेंडर को जमा कर चुके हैं और उनसे वापस लेना परेशानी भरा है। नतीजतन जिन मरीजोें को सच में सिलेंडरों की जरूरत है वे अब उन्हें सिलेंडर मुहैया नहीं करवा पा रहे हैं।