नयी दिल्ली, 3 फरवरी (एजेंसी)
वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने शुक्रवार को कहा कि अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट मुद्दा ‘चाय के प्याले में उठा तूफान’ भर है। ‘चाय के प्याले में उठा तूफान’ एक मुहावरा है, जिसका मतलब है कि ऐसे मामले को लेकर गुस्सा और चिंता दिखाना, जो महत्वपूर्ण नहीं है। वित्त मंत्रालय के सबसे वरिष्ठ अधिकारी सोमनाथन ने कहा कि भारत की सार्वजनिक वित्तीय प्रणाली काफी मजबूत है।
अडाणी समूह की कंपनियों पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों पर वित्त सचिव ने कहा, ‘किसी भी शेयरधारक के लिए वित्तीय स्थिरता को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है।’ इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ‘अडानी गाथा’ भारतीय नियामक प्रणाली का संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्तीय बाजार अच्छी तरह से संचालित और सही स्थिति में है।
विपक्ष अड़ा, संसद ठप : अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। विपक्षी सदस्य अडाणी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और चर्चा कराने की मांग करते रहे। उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष ने हंगामा किया। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘सदन छह फरवरी, 2023, सोमवार 11 बजे तक इस चेतावनी के साथ स्थगित किया जाता है कि जो लोग व्यवस्था का उल्लंघन करते हुए आसन के समीप आ गए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ इस बीच, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में कांग्रेस, द्रमुक, आप, भारत राष्ट्र समिति, सपा, राकांपा, जदयू और कई अन्य दलों के नेताओं ने मुद्दे को उठाते रहने की रणनीति बनाई।
अडाणी की कर्ज चुकाने की अच्छी साख : एसबीआई
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा कि अडाणी समूह की कंपनियों को उसने करीब 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है जो कुल वितरित ऋणों का सिर्फ 0.88 प्रतिशत है। शेयरों के एवज में कोई कर्ज नहीं है। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि इस समूह का कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है।
समूह के कुछ शेयरों में तेजी
इस बीच, अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट्स समेत समूह की चार कंपनियों के शेयर शुक्रवार को तेजी के साथ बंद हुए। अडाणी पोर्ट्स का शेयर वापसी करते हुए 7.98 फीसदी बढ़कर 498.85 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पहुंच गया।
हिंडनबर्ग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नाथन एंडरसन और भारत तथा अमेरिका में उसके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता एमएल शर्मा द्वारा दायर जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने अडाणी के शेयरों को ‘कृत्रिम रूप से गिराने’ की साजिश रची। हिंडनबर्ग एक शॉर्ट सेलर फर्म है, जो उधार लिए गए शेयरों को इस उम्मीद में बेचती है कि निचले स्तर पर वह शेयरों को फिर खरीद लेगी।