नयी दिल्ली/इंदौर, 9 जनवरी (एजेंसी)
दिल्ली पुलिस ने ‘सुल्ली डील्स’ एप बनाने के आरोप में एक युवक को इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि यह ‘सुल्ली डील्स’ मामले में पहली गिरफ्तारी है। सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को बिना उनकी मंजूरी के इस मोबाइल एप पर ‘नीलामी’ के लिए डाला गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर (26) ने इंदौर स्थित आईपीएस अकादमी से बीसीए किया है और वह न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप का निवासी है।
दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह ट्विटर पर उस समूह का सदस्य है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और ‘ट्रोल’ के लिए मैसेज किये जाते हैं। अधिकारी ने बताया, ‘आरोपी ने गिटहब पर कोड विकसित किया। गिटहब तक समूह के सभी सदस्यों की पहुंच थी। उसने अपने ट्विटर अकाउंट पर एप को शेयर किया था। मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को समूह के सदस्यों ने अपलोड किया था।’ जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी ‘एट द रेट गैंगेसियन’ हैंडल का उपयोग करके जनवरी 2020 में ‘ट्रेडमहासभा’ के नाम से ट्विटर पर समूह में शामिल हुआ था। पुलिस ने बताया कि समूह पर विभिन्न प्रकार की चर्चाओं के दौरान सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने को लेकर चर्चा की। डीसीपी ने कहा, ‘आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने गिटहब पर कोड/एप बनाया। सुल्ली डील्स एप को लेकर हुए हंगामे के बाद उसने सोशल मीडिया से इससे जुड़ी सभी सामग्री हटा दी थी।’
इस बीच, इंदौर पुलिस ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ओंकारेश्वर ठाकुर को गिरफ्तार किए जाने की कोई जानकारी उसके साथ साझा नहीं की। वहीं, आरोपी के पिता अखिलेश ठाकुर ने दावा किया कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है।