नयी दिल्ली, 4 दिसंबर (एजेंसी) देश में कोरोना के 8603 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,24,360 हो गई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 99,974 रह गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार को 415 लोगों की कोरोना वायरस से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,70,530 हो गई। पिछले 160 दिन से कोविड-19 के 50,000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं। देश में अब 99,974 मरीजों का उपचार चल रहा है, यह कुल मामलों का 0.29 फीसदी है, जो कि मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। देश में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.35 फीसदी है। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में दो मामलों की कमी हुई है। दैनिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है। पिछले 61 दिनों से यह दो फीसदी से कम है। मंत्रालय ने बताया कि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.81 फीसदी दर्ज की गई। पिछले 20 दिनों से यह एक फीसदी से कम है। देश में अब तक 3,40,53,856 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.36 फीसदी है। वहीं, देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक टीके की 126.53 करोड़ खुराक दी गई है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।