नयी दिल्ली, 23 अक्तूबर (एजेंसी) भारत में एक दिन में कोविड-19 से 666 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,53,708 पर पहुंच गयी है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,73,728 हो गयी, जो 233 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण के एक दिन में 16,326 नये मामले आने से महामारी के कुल मामलों की संख्या 3,41,59,56 हो गयी है। अधिकारियों ने बताया कि केरल ने शनिवार को पिछली अवधि से 292 मौतों के आंकड़े का मिलान किया है, इसलिए मृतकों की संख्या अधिक है। केरल में पिछले 24 घंटे में 99 मरीजों की मौत हुई है। मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के रोज आने वाले नये मामले लगातार 29वें दिन 30,000 से कम है और अब लगातार 118वें दिन 50,000 से कम हैं। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अबतक 101.30 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।