नयी िदल्ली, 24 फरवरी (एजेंसी)
सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च से कोरोना वायरस रोधी टीका सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क लगाया जायेगा। वहीं, निजी क्लिनिकों एवं केंद्रों पर इसके लिए शुल्क देना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बैठक के बाद बताया कि इस श्रेणी में लोगों को 10 हजार सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क टीका लगाया जायेगा। इसके लिये सरकार खुराक खरीदेगी और राज्यों को उपलब्ध करायेगी ।
मंत्री ने कहा कि 20 हजार निजी क्लिनिकों व केंद्रों पर टीका लगवाने वालों को शुल्क देना होगा। जावड़ेकर ने बताया कि यह शुल्क कितना होगा, इसके बारे में विचार-विमर्श के बाद स्वास्थ्य विभाग 2-3 दिनों में घोषणा करेगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या लोगों को कोविशिल्ड या कोवैक्सीन में से टीका चुनने का विकल्प होगा, केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘भारत ने 2 टीकों को मंजूरी दी है, दोनों टीके प्रभावी हैं और उनकी क्षमता सिद्ध है।’ जावड़ेकर ने बताया कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था और अब तक 1,07,67,000 कोरोना योद्धाओं को टीके लगाये जा चुके हैं। करीब 14 लाख लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है। क्या प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों को भी टीका लगाया जायेगा? इस प्रश्न पर जावड़ेकर ने कहा कि जो लोग टीका लगवाना चाहते हैं, वे 1 मार्च से शुरू हो रहे अभियान में लगवा सकते हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अधिकांश मंत्री भुगतान करके टीका लगवाने का विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों (देशों) में प्रधानमंत्रियों और मंत्रियों ने शुरुआत में ही टीके लगवाए, लेकिन हमने सबसे पहले स्वास्थ्य क्षेत्र के योद्धाओं को टीका लगाने की शुरुआत की।
24 घंटे में 13742 नये मामले, 104 मौतें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के 13742 नये मामले सामने आये। इस दौरान 104 संक्रमितों की मौत हुई। कोरोना के कुल मामले 1,10,30,176 हो गये हैं। इनमें से 1,07,26,702 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। मृतकों की संख्या 1,56,567 हो गयी है। मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 97.25 और मृत्यु दर 1.42 फीसदी है। अभी 1,46,907 रोगियों का इलाज चल रहा है। आईसीएमआर के अनुसार, मंगलवार को देश में करीब 8.05 लाख कोरोना टेस्ट किए गये।