मुंबई, 16 फरवरी (एजेंसी)
भारत में 80 और 90 के दशक में सिनेमा में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतों के कारण निधन हो गया। लाहिड़ी ने जुहू के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में मंगलवार की रात को अंतिम श्वास लिए। वह 69 वर्ष के थे।
अस्पताल के निदेशक डॉ. दीपक ने बुधवार को बताया, ‘बप्पी लाहिड़ी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी, लेकिन मंगलवार को उन्हें फिर अस्पताल लाया गया। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें थीं। उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हो गई।’
बप्पी लाहिड़ी को 1970 से लेकर 1990 के दौरान भारतीय सिनेमा में ‘आई एम ए डिस्को डांसर’, ‘जिम्मी जिम्मी’, ‘पग घुंघरू’, ‘इंतेहा हो गयी’, ‘तम्मा तम्मा लोगे’, ‘यार बिना चैन कहां रे’, ‘आज रपट जाये तो’ तथा ‘चलते चलते’ जैसे गीतों से डिस्को संगीत का दौर शुरू करने का श्रेय दिया जाता है।
सोने की जंजीरों व चश्मे ने बनाया दीवाना
सोने की मोटी जंजीरें और काला चश्मा पहनने के लिए पहचाने जाने वाले गायक-संगीतकार ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों के लिए संगीत रचना की जिन्हें खासी लोकप्रियता मिली। इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं। लाहिड़ी के परिवार में उनकी पत्नी चित्राणी, पुत्री रीमा और पुत्र बप्पा लाहिड़ी हैं।