सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 12 अगस्त
वैष्णो देवी भवन में 3 कोरोना पाजिटिव मामले सामने आने से हड़कम्प मच गया है। अब 16 अगस्त से यात्रा के शुरू होने पर संशय पैदा होने लगा है। वैष्णो देवी भवन पर एक निजी सुरक्षा एजेंसी के 65 साल के सुरक्षाधिकारी के साथ ही श्राइन बोर्ड के 2 कर्मी भी कल कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद श्राइन बोर्ड चिंतित है। कारण स्पष्ट है। अनलाॅक 3 के तहत 16 अगस्त से वैष्णो देवी की यात्रा भी आरंभ होने जा रही है। हालांकि बोर्ड अधिकारी कहते हैं कि 3 संक्रमितों के संपर्कों की तलाश की जा रही है ताकि संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके। उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने 5000 लोगों को प्रतिदिन यात्रा की अनुमति प्रदान की है। इनमें 500 प्रदेश के बाहर से भी आ सकते हैं। श्रद्धालुओं के लिए दर्शन आसान नहीं हैं। शर्तों का ढेर है। कोरोना टेस्ट भी करवाना पड़ेगा और भवन पर किसी को रात को रुकने की इजाजत नहीं होगी। पर अब जबकि भवन पर कोरोना मरीज पाए गए हैं, श्राइन बोर्ड को पूरे यात्रा मार्ग को एक बार फिर सैनिटाइज करने की कवायद छेड़नी पड़ी है। सरकारी आदेश के मुताबिक वैष्णो देवी के दर्शन के लिए उन श्रद्धालुओं को ही यात्रा करने की अनुमति होगी, जिसका कोविड टेस्ट नेगेटिव होगा। श्रद्धालुओं को कंबल या चादरें ले जाने की इजाजत नहीं होगी। उन्हें दर्शन के बाद भवन में रहने की अनुमति भी नहीं होगी। यात्रा मार्ग पर भी टेस्ट की सुविधा होगा। रेंडम टेस्ट होंगे।