नयी दिल्ली, 9 जनवरी (एजेंसी)
कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप के 552 नये मरीज सामने आने के बाद देश में इसके मामले बढ़कर 3623 हो गये हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह तक के इन आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना संक्रमण के 1,59,632 नये केस सामने आये, जो पिछले 224 दिन में सर्वाधिक हैं। इसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गयी है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है। वहीं, 327 संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई। मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 10.21 प्रतिशत दर्ज की गयी।
आज से एहतियाती खुराक : देश में सोमवार से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना रोधी टीके की एहतियाती खुराक लगाई जाएगी।
फिलहाल लॉकडाउन नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन लागू करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है और यदि लोग मास्क पहनने के नियम का पालन करते हैं, तो लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। केजरीवाल ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कोविड मामलों का बढ़ना चिंता की बात है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। यदि आप मास्क पहनना जारी रखेंगे, तो लॉकडाउन नहीं लगेगा। हमारा प्रयास न्यूनतम पाबंदियां लगाने का है ताकि आजीविका प्रभावित न हो।’ इस बीच, दिल्ली की तीन जेलों में बनी डिस्पेंसरी को कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील किया गया है।
पीएम ने की समीक्षा
किशोरों का टीकाकरण तेज करने का आह्वान
देश में ओमीक्रोन के चलते तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जिलों में पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा तैयार करने और किशोरों के टीकाकरण अभियान को मिशन मोड के आधार पर बढ़ावा देने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक पीएम मोदी ने कोराना वायरस के बदलते स्वरूप का उल्लेख करते हुए जांच और टीकों के अलावा ‘जीनोम सिक्वेंसिंग’ सहित अन्य संबंधित मामलों के शोध की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में कोविड मामलों के प्रबंधन के साथ, गैर कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार केंद्रित जन आंदोलन महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है।