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ज्यादा सोच-विचार कर नहीं करती फिल्में

एक्ट्रेस तब्बू

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असीम चक्रवर्ती

अभिनेत्री तब्बू की स्थायी मौजूदगी को लेकर अब शायद ही किसी को कोई संशय हो। उम्र के इस पड़ाव पर अपने व्यक्तित्व को पूरी तरह मेंटेन रखते हुए वह अपनी मेच्योरिटी के मुताबिक अब भी लगातार सक्रिय हैं। अब उनका नया अंदाज-ए-बयां नीरज पांडे की नई फिल्म ‘औरों में कहां दम था’ में नजर आएगा। असल में वह उन चंद उन एक्ट्रेस की श्रेणी में आ चुकी हैं, जो किसी भी स्टारडम के पैमाने से हटकर हैं। उनका वर्किंग स्टाइल भी इस तर्क को काफी हद तक सही साबित कर देता है। कभी तब्बू ने एक बातचीत में स्पष्ट किया था कि वे अपनी कार्यशैली को जरा भी बदलना नहीं चाहती हैं। आइए, उनकी इस सोच का विस्तार से आकलन करें-

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फिल्म ज्यादा सोच कर नहीं

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तब्बू का साफ तौर पर कहना है कि ज्यादा सोच-विचार कर फिल्म साइन करने का कोई मतलब नहीं है। वह कहती हैं,‘ बहुत ज्यादा प्लानिंग बना कर फिल्में करना मुझे पसंद नहीं है। मैं तो सिर्फ फिल्म की स्क्रिप्ट और उसका पूरा सेटअप देखती हूं। उसके बाद किसी फिल्म को लेकर ज्यादा माथा-पच्ची नहीं करती।’ फिर वह हंसकर बताती हैं,‘ हम कलाकारों की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि ज्यादातर फिल्मों की स्क्रिप्ट हमारे मन-मुताबिक नहीं निकलती है।’ तब्बू इस बात से साफ इंकार करती है कि किसी फिल्म का कोई क्लासिफिकेशन होता है। उनके मुताबिक, ‘एक फिल्म या तो अच्छी हो सकती है,या बुरी। इससे ज्यादा फिल्म का कोई क्राइटेरिया नहीं होता। मैं आज तक यह नहीं समझ पाई कि अलग टाइप की फिल्में क्या होती हैं।’

एक्टिंग पॉवर के बूते

निस्संदेह तब्बू ने थोक के भाव फ्लॉप फिल्मों में भी काम किया है। हाल फिलहाल की उनकी फिल्मों- ‘कुत्ते’, ‘खुफिया’,भोला’, ‘क्रू’ आदि का बाक्स ऑफिस में जो हश्र हुआ है,उसका जिक्र करना बेमानी है। ऐसे में सिर्फ उनकी एक्टिंग पॉवर ने उनमें पूरा दम भर रखा है। इसलिए अब उनके निंदक भी मानते हैं कि अच्छे रोल के संदर्भ में उन्हें खारिज करना नामुमकिन है। शायद यही वजह है कि नीरज पांडे ने अपनी अगली रोमांटिक थ्रिलर ‘औरों में कहा दम था’ में उन्हें रखना उचित समझा। वहीं इसे एक दिलचस्प संयोग ही कहा जायेगा कि इस फिल्म में फिर उनके प्रिय नायक अजय देवगन का साथ उन्हें मिला है।

कमाल की जोड़ी

वैसे तो तब्बू फिल्म की स्टार कास्ट को लेकर ज्यादा माथा-पच्ची नहीं करती हैं। मगर इसे एक रोचक संयोग कहेंगे कि दर्शकों को अजय के साथ उनकी जोड़ी सबसे ज्यादा पसंद आती है। ‘विजयपथ’ से लेकर ‘औरों में कहा दम था’ तक यह जोड़ी अब तक बीस से ज्यादा फिल्में कर चुकी है। तब्बू बताती हैं,‘यूं तो मैं बीच-बीच में लंबा रेस्ट ले लेती हूं,फिर भी अजय के साथ इतनी सारी फिल्में कर ली। मुझे लगता है कि अजय पिछले कई साल से लगातार फिल्में कर रहे हैं, इसलिए यह दिलचस्प संयोग बना।’

अफसोस भी है

दबे-छुपे स्वर में उन्होंने इस बात को कई बार माना है कि उन्होंने कई अंट-शंट फिल्में की हैं। उन्हें यह अफसोस सालता भी है। वह कहती हैं,‘ निजी जिंदगी की बात जाने दें,तो मैंने अपनी किसी चूक को छिपाने की कोशिश कभी नहीं की है। मैंने हमेशा इस बात की कोशिश की है कि अपने टैलेंट का पूरा उपयोग करूं।’

व्यक्तित्व का ख्याल

असल में तब्बू अपने बारे में ज्यादा कुछ बताने से हमेशा बचती हैं। वह बताती हैं, ‘ अपने बारे में ज्यादा बताना मुझे बिल्कुल पसंद नहीं। इसलिए लोगों से बहुत ज्यादा संवाद भी मैं नहीं करती हूं। यदि कोई व्यक्ति सामने से नहीं मिलना चाहता है,मैं उससे मिलने के बारे में सोचती भी नहीं हूं।’ असल में वह हर समय लाइम लाइट में रहने की जरूरत महसूस नहीं करती हैं। साफ है कि उन्हें अपने व्यक्तित्व को मेंटेन करना बखूबी आता है। - चित्र लेखक

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