प्रदीप सरदाना
इन दिनों कलर्स चैनल पर चल रहे सीरियल ‘छोटी सरदारनी’ में अभिनेत्री डेलनाज ईरानी एक वेंप का किरदार निभा रही हैं। डेलनाज लगभग 20 बरसों से फिल्म टीवी की दुनिया में हैं। इस दौरान उन्होंने जहां कल हो न हो, भूतनाथ और क्या सुपर कूल हैं हम जैसी फिल्में कीं, वहीं बिग बॉस के सीजन 6 में भी सुर्खियां बटोरीं। एक दीवाना था और कहता है दिल जी ले ज़रा जैसे कई सीरियल में भी दर्शक डेलनाज का काम देख चुके हैं। ‘छोटी सरदारनी’ की भूमिका को लेकर डेलनाज कहती हैं, ‘मैं इसमें वैसी परंपरागत वेंप नहीं बनी हूं, जैसी टीवी पर अक्सर दिखाई जाती रही हैं। अपनी भूमिका को मैंने बहुत स्वाभाविक रखा है। मैंने अपनी ज़िंदगी में ऐसे बहुत से लोगों को देखा है जो असभ्य होते हैं और दूसरों को अपमानित करने में उन्हें मज़ा आता है। सच कहूं तो मैंने अपने इस किरदार के लिए ऐसे ही असभ्य लोगों से प्रेरणा ली है। मुझे जिस तरह के दर्शकों से फीड बैक मिल रहे हैं उससे लगता है दर्शक मेरे काम को पसंद कर रहे हैं।’
नवरात्रों से फिर ‘साथ निभाना साथिया’
तीन साल पहले अपनी अच्छी ख़ासी लोकप्रियता के साथ बंद हुआ सीरियल ‘साथ निभाना साथिया’ का दूसरा सीजन अब 19 अक्तूबर से स्टार प्लस पर सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे प्रसारित होगा। 2010 में प्रसारित सीरियल को तब इतना पसंद किया गया कि यह पूरे सात वर्ष तक चलता रहा। इन दिनों लॉकडाउन में अचानक इसके दूसरे सीजन को शुरू करने के लिए चैनल ने हरी झंडी दी तो इसकी निर्मात्री रश्मि शर्मा, तुरंत इसकी तैयारियों में जुट गईं। रश्मि कहती हैं, ‘साथ निभाना साथिया की वापसी पर दोहरी खुशी है क्योंकि इसका यह सीजन नवरात्रि में शुरू हो रहा है। हमारे लिए यह शो बेहद खास है और हमको उम्मीद है कि हमको मां अम्बे का आशीर्वाद भी मिलेगा।’ सीरियल में इस बार जहां रूपल पटेल, देवोलीना और मुहम्मद नाज़िम पहले की तरह कोकिला, गोपी बहू और अहम के रोल में होंगे, वहीं हर्ष नागर और स्नेहा जैन अनंत और गहना के किरदारों में नज़र आएंगे।
अब नहीं डरते सूरज थापर
कुछ समय पहले स्टार भारत ने एक नया सीरियल ‘अकबर का बल बीरबल’ शुरू किया था। इस कॉमेडी सीरियल का नाम ही दर्शकों को आकर्षित करता है। अब इस शो में अभिनेता सूरज थापर का प्रवेश हुआ है। सूरज सीरियल में कामरान के रोल में नज़र आएंगे, जो एक नेगेटिव किरदार है। उनसे पहले इस सीरियल में अली असगर, विशाल कोटियां, चारू असोपा और अदिति सजवान अपने-अपने रंग जमाने की कोशिश में जूटे हैं। सूरज कहते हैं, ‘कोरोना के चलते पिछले काफी समय से मैं घर में ही रह रहा था। घर से बाहर निकलने में डर लगता था, लेकिन इस सीरियल का प्रस्ताव आने पर, शूटिंग शुरू की है तो अब पहले जैसा डर नहीं लगता।’ बता दें सूरज थापर टीवी के एक शानदार अभिनेता हैं। कॉमेडी हो या गंभीर भूमिकाएं, सभी में वह खरे उतरे हैं। कुछ समय पहले एंड टीवी के ‘रज़िया सुल्तान’ में अल्त्मश की भूमिका में तो सूरज ने समां ही बांध दिया था। साथ ही वह ‘भाई भैया और ब्रदर’, ‘ससुराल गेंदा फूल’ और ‘हम साथ आठ हैं’ जैसे कई सीरियल में भी अपने अभिनय की अलग-अलग बानगी प्रस्तुत कर चुके हैं।
फेस्टिव सीजन और स्ट्रीट डांसर
वरुण धवन की नयी फिल्म ‘कुली नंबर वन’ ओटीटी प्लेट फ़ॉर्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर क्रिसमस पर रिलीज होने जा रही है। सुप्रसिद्ध फ़िल्मकार डेविड धवन की यह 45वीं फिल्म है जिसमें डेविड के पुत्र वरुण हीरो हैं। उधर, वरुण की गत 24 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी फिल्म स्ट्रीट डांसर 3 डी का अब वर्ल्ड टीवी प्रीमियर 18 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे सोनी मैक्स पर होगा। फिल्म में वरुण के साथ श्रद्धा कपूर, अपार शक्ति खुराना और सोनम बाजवा प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म में दो डांस समूह के बीच मुक़ाबला दिखाया गया है जो बाद में नेक काम के लिए एक हो जाते हैं। फिल्म का आकर्षण सुपर डांसर प्रभु देवा भी हैं जो मुक़ाबला मुक़ाबला गाने में बिजली की तरह थिरकते नज़र आते हैं। प्रभु के साथ नोरा फतेही भी हैं। चैनल का मानना है नवरात्रि शुरू होने पर सभी जगह डांस की धूम रहती है। इसलिए इन्हीं दिनों में ही ‘स्ट्रीट डांसर’ का प्रसारण किया जा रहा है जिससे सभी अपने-अपने घरों में भी खूब थिरक सकें।
बच्चों से सीखते हैं माता-पिता
सब टीवी पर प्रसारित हो रहा सीरियल ‘तेरा यार हूं मैं’ पिता-पुत्र के संबंधों पर केंद्रित है। इसमें एक किशोर बेटे ऋषभ के पिता राजीव बंसल का किरदार निभा रहे अभिनेता सुदीप साहिर सीरियल को लेकर काफी उत्साहित हैं। सुदीप कहते हैं, ‘मैं बचपन से एक कहावत सुनता आया था-‘चाइल्ड इज द फादर ऑफ द मैन।’ बचपन में इस कहावत का मतलब नहीं समझता था। अब इस सीरियल के साथ अपनी असली ज़िंदगी में भी एक किशोर बेटे का पिता हूं तो ऐसे मुहावरे, ये सब बातें खूब समझ आती हैं। कहा जाता है की बच्चों के पहले गुरु उनके माता पिता ही होते हैं और बच्चे उनसे बहुत कुछ सीखते हैं। लेकिन मैं यहां यह कहना चाहूंगा आज जब हम 2020 में पहुंच चुके हैं, तब बच्चे इतने समझदार हैं कि माता-पिता भी बच्चों से बहुत कुछ सीखते हैं। सच कहा जाये तो आज बच्चे माता पिता की ताकत बन गए हैं।