नारी शक्ति को अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से लेनी चाहिये प्रेरणा
अम्बाला शहर, 31 मई (हप्र)
लोक माता अहिल्याबाई होल्कर के त्रिशती जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में संस्कार भारती अंबाला एवं मसखरे रंगमंच के संयुक्त तत्वाधान में पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल के सभागार में उनके जीवन पर एक नाट्य प्रस्तुति की गई। नाट्य प्रस्तुति का लेखन एवं निर्देशन हरियाणा के जाने माने रंगकर्मी नागेंद्र कुमार शर्मा द्वारा किया गया। अहिल्याबाई होलकर के जीवन के कुछ मुख्य पहलुओं को इसमें दर्शाया गया कि कैसे उन्होंने निर्भीकता व दृढ़ता के साथ शासन चलाया। इस अवसर पर संस्कार भारती के त्रिक्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार उन्होंने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए भी अपना हौसला नहीं गिराया और गृहस्थी के साथ-साथ आदर्श शासन चलाया। उन्होंने बताया कि यदि इतिहास में देखा जाए तो भारतवर्ष में महिला सशक्तिकरण तो शुरू से ही है। महिलाएं शुरू से ही सशक्त रही हंै अहिल्या, चेन्नम्मा, रूद्रमांबा, लक्ष्मीबाई, निवेदिता, मां शारदा इत्यादि सब सशक्त महिलाओं के ही उदाहरण हंै। ऐसे में महिलाओं को इन विभूतियों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर विकास कोहली ने अहिल्याबाई होल्कर के शासनकाल में हुए आर्थिक विकास का जिक्र करते हुए बताया कि किस प्रकार बुनकरों की समस्या का समाधान किया गया, महेश्वरी नगर में सभी बुनकरों को इक_ा कर वहां काम करने की सलाह दी। आज वहां जो वस्त्र बनते हैं, वह पूरे भारतवर्ष तो क्या पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर एक कुशल प्रशासिका थी। उन्होंने अपने जीवन काल में मुगलों के द्वारा नष्ट कर दिए 119 मंदिरों का पुनरुद्धार करवाया। उन्होंने ग्रामीण की समस्याओं का हल किया।
अहिल्याबाई के न्याय व्यवस्था के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि किस प्रकार अपने पुत्र मालेराव को दोषी पाए जाने पर उन्होंने उसे मृत्युदंड की सजा सुनाई। सभी के लिए अहिल्याबाई एक आदर्श हैं। नाटक की प्रस्तुति में विशाल, शिवम, गर्व, सन्नी, देव, लव, शिवानी, सुकृति, आरती, भूमि व नागेंद्र शर्मा ने किरदार निभाए।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में शहर के रंगकर्मी जसदीप बेदी, प्रमोद पब्बी, अरविंद, नरेश शर्मा, परविंदर गुप्ता, बलजीत सिंह, अनिल महंत, राहुल शर्मा, अंकुर राजपूत, अंजय कौशल, अंकुर मिश्रा, दीपक कपिल, डॉ. पुष्कृत, प्रिंस और डॉक्टर अंजली भारती, चंद्र मोहन अत्री, सुनील, तरुण इत्यादि उपस्थित रहे।